पार्षद ने दिलाई लोगों को कई समस्याओं से निजात, अभी भी कई बाकी

Update: 2022-12-22 14:01 GMT

कोटा न्यूज़: क्षेत्र की आबादी लगभग 25 हजार लेकिन ना मुर्दों को जलाने के लिए श्मशान और ना दफनाने के लिए कब्रिस्तान। ये बात भले ही पढ़ने में अजीब लग रही हो लेकिन ये हकीकत है नगर निगम कोटा उत्तर के वार्ड 68 और उसके आस-पास के उन इलाकों की जहां के लोग इन दोनों स्थानों की मांग करते हुए आन्दोलन कर चुके हैं, यहां तक की जेल भी जा चुके हैं लेकिन उसके बाद भी उनकी इस समस्या का समाधान नहीं हुआ है। नगर निगम उत्तर के क्षेत्राधिकार में आने वाले वार्ड 68 की जनसंख्या लगभग 5 हजार है। यहां के पार्षद ने वार्ड में विकास कार्य करवाकर लोगों को भले की कई समस्याओं से निजात दिलवाने का प्रयास किया हो लेकिन वो खुद इस इलाके के लोगों को कब्रिस्तान और श्मशान के लिए जमीन उपलब्ध नहीं करवा पाये है। परिणामस्वरूप लोगों को हाइवे पार कर इन स्थानों पर जाना पड़ता है। वार्ड 68 के अन्तर्गत अखाड़े के हनुमान का इलाका, मदरसा का चौक, देवनारायण की गली, गौरी आश्रम का इलाका, गौरी आश्रम से विमल किराणा वाले तक का क्षेत्र, दो खम्बा चौराहा तथा हरिजन मौहल्ला आदि आते हंै। वर्तमान पार्षद ने अपने वार्ड के लोगों को कई समस्याओं से निजात दिलवाई हैं लेकिन आज भी कई समस्याएं मुंह बाहें खड़ी है। पार्षद ने वार्ड में नालिया बनवाई हैं, रोड बनवाये, रोड लाइट लगवाई, सफाई व्यवस्था दुरुस्त करवाई।

वार्ड के कुछ लोगों का कहना है कि उन्हे जिन समस्याओं का सामना पहले करना पड़ता था अब नहीं करना पड़ रहा हैं। पहले तो वार्ड में अधिकांश रातों में रोड पर अंधेरा ही पसरा रहता था लेकिन अब रोड लाइट लगने से उन सड़कों पर उजाला रहने लगा है। कुछ हद तक नालियों की समस्याएं भी दूर हुई है। पीने के पानी की आपूर्ति पहले से अधिक होने लगी है। वहीं वार्ड के ही कुछ लोगों का कहना है कि उचित सफाई व्यवस्था के अभाव में आज भी क्षेत्र की नालियां भरी रहती है और जैसे ही उनमें भरा पानी रोड पर निकलता है, पड़ौसियों में लड़ाई-झगड़े होते है। भले ही पानी की आपूर्ति के लिए नई पाइप लाइन डाल दी गई है लेकिन प्रेशर ही नहीं आता। बिना बूस्टर के पानी दूसरी मंजिल पर नहीं पहुंच पाता। लोगों को दोहरी मार का सामना करना पड़ता है। वार्ड के लोगों की माने तो कुछ साल पहले तक उन्हे गड्ढेÞनुमा सड़कों पर चलना पड़ता था, दो-दो दिन तक बिना पानी की आपूर्ति के रहना पड़ता था, बारिश के दिनों में पानी की निकासी नहीं होने के कारण घरों में घुसे गंदे पानी को सहन करना पड़ता था लेकिन वर्तमान पार्षद के कार्यकाल में उन्हे इनमें से कई परेशानियों से काफी हद तक राहत मिली है।

वार्ड में 170 रोड लाइट लगवाई हैं। नालियों बनवाई भी हैं और ठीक भी करवाई। किसी के साथ भेदभाव नहीं किया गया है। वार्ड में लगभग 7 करोड़ के विकास कार्य चल रहे हैं इनमें से करीब 2 करोड़ के पूरे हो चुके हैं। अखाड़ा के हनुमान जी के पास सार्वजनिक पार्क का निर्माण करवाया जा रहा है। इसके अलावा भी लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए हमेशा तैयार रहता हूं।

- मोहनलाल मेघवाल, वार्ड पार्षद 68

पूरे इलाके में नालियों की भारी समस्या है। हमारे मौहल्ले की नालियां अक्सर भरी रहती है। कचरा आने के बाद पानी बाहर निकलता है और पड़ोसियों में लड़ाई की नौबत आ जाती है। पानी के लिए नई पाइप लाइन डाली गई लेकिन ना जाने क्यो, पे्रशर ही नहीं आता है। अभी भी पीने के पानी की समस्या बनी हुई है।

- मेघराज, वार्डवासी।

मैं हमारे वार्ड पार्षद के अब तक के कार्यकाल से पूरी तरह सन्तुष्ट हूं। कई काम वार्ड में करवाये हैं। बारिश के दिनों में पानी भराव की समस्या भी काफी हद तक कम हुई है। इलाके में रोड लाइट लगाई गई है जिससे रात को उजाला बना रहता है। अब तो बस इस इलाके में कब्रिस्तान और श्मशान घाट के लिए जगह तय हो जाये तो हाइवे पार ना जाना पड़े। - मोहम्मद असफाक।

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