एंबुलेंस की निगरानी के लिए कंट्रोल रूम: ऑनलाइन होगी ट्रैकिंग, एंबुलेंस में मिलेंगी 53 तरह की दवाएं
झुंझुनूं न्यूज: एंबुलेंस वाहनों की निगरानी के लिए राज्य के सभी 34 मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कार्यालयों में कंट्रोल रूम शुरू किए जाएंगे. साथ ही सभी एंबुलेंस वाहनों में जीपीएस सिस्टम भी लगाया जाएगा। ताकि दुर्घटना व अन्य आपात स्थिति में घटनास्थल के सबसे नजदीक उपलब्ध एंबुलेंस को मरीज की मदद के लिए तत्काल भेजा जा सके।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने ये निर्देश जारी किए हैं। एंबुलेंस में 53 तरह की दवाएं उपलब्ध रहेंगी। इससे एंबुलेंस में ही दुर्घटना आदि में घायल मरीजों का इलाज किया जा सकेगा। वहीं, कंट्रोल रूम में जिला स्तरीय समन्वयक नियमित रूप से बैठेंगे. इससे सभी प्रकार की एम्बुलेंस सेवाओं का सुचारू संचालन सुनिश्चित होगा।
ऑनलाइन ट्रैकिंग हो सकेगी: सभी एंबुलेंस में अब जीपीएस सिस्टम लगा होगा। इसके तहत उनकी ऑनलाइन ट्रैकिंग की जाएगी। कंट्रोल रूम में बैठे कर्मचारी, कौन सी एंबुलेंस चल रही है, कहां जा रही है। इसकी निगरानी कर सकेंगे। एम्बुलेंस वाहनों की लाइव ट्रैकिंग के लिए डैशबोर्ड प्रदान किया जाएगा। कंट्रोल रूम एंबुलेंस सेवा के डाटा का विश्लेषण कर विचलन चार्ट भी सीएमएचओ को उपलब्ध कराएगा।
सीएमएचओ डॉ. राजकुमार दांगी ने बताया कि प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग कार्यालयों में एंबुलेंस कंट्रोल रूम खोले जाएंगे. साथ ही 104 और 108 एंबुलेंस में 53 तरह की दवाएं भी उपलब्ध रहेंगी। सभी में जीपीएस सिस्टम होगा। यह उनकी लाइव ट्रैकिंग को सक्षम करेगा।