उदयपुर। शहर में यूडी टैक्स के नाम पर कंपनी ने खुली लूट मचा रखी है। आमजन के साथ नगर निगम के पार्षद भी इस लूट का शिकार हो रहे हैं। सोमवार को इसको लेकर कांग्रेस समर्थित पार्षदों ने कंपनी और बोर्ड के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। नगर निगम के बाहर धरने पर बैठ गए।
कांग्रेस पार्षद लोकेश गौड़ ने बताया कि कमिश्नर व मेयर की शह पर कंपनी के अधिकारी और कर्मचारी शहर में यूडी टैक्स के नाम पर लूट मचा रहे हैं। उनका कहना है कि उनके पिता के नाम पर एक मकान है, जिसका यूडी टैक्स करीब दो लाख 47 हजार रुपए निकालकर बिल थमा दिया गया। जिसमें बताया गया कि उनके मकान का ग्राउंड फ्लोर और फस्र्ट फ्लोर पर बिजनेस किया जा रहा है, जबकि दूसरी मंजिल पर आवास है। जबकि उनके पिता का मकान पर दूसरी मंजिल नहीं है और किसी तरह बिजनेस उपयोग में लिया जा रहा है। जबरन लगाए यूडी टैक्स विरोध करने पर बोर्ड ने इस बिल को निरस्त करने की बात कही लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। आए दिन कंपनी के अधिकारी आमजन के साथ यूडी टैक्स के नाम पर खुली लूट मचाते हैं। सेटलमेंट के नाम पर बुलाकर ले—देकर मामला रफा दफा कर देते हैं। कांग्रेस पार्षदों ने यूटी टैक्स वसूल रही कंपनी को ब्लैक लिस्टेड कर ठेका निरस्त करने की मांग की। धरने पर बैठे पार्षदों में गोपाल नागर, विनोद जैन, संजय, दीपक चौधरी, प्रशांत श्रीमाली एवं राशिद भाई शामिल थे।