सीएम ने डीबीटी के माध्यम से खातों में ट्रांसफर की राशि, लाभार्थियों से की बात
टोंक। टोंक सीएम अशोक गहलोत ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन के 50 लाख लाभार्थियों के बैंक खातों में 1000 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए. मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित राज्य स्तरीय लाभार्थी संवाद समारोह में सीएम ने जून और जुलाई माह की पेंशन राशि लाभार्थियों के बैंक खाते में ट्रांसफर की. गहलोत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लाभार्थियों से बातचीत की और उनके अनुभव भी जाने. टोंक के कृषि सभागार में जिला स्तरीय सामाजिक सुरक्षा पेंशन लाभार्थी महोत्सव का आयोजन किया गया. सीएम गहलोत ने जिले के 1 लाख 29 हजार 178 सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के लाभार्थियों के खातों में 29 करोड़ 92 लाख 16 हजार रुपये से अधिक की राशि डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जिले के लाभार्थियों से बातचीत भी की.
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक राजेंद्र सिंह ने बताया कि 75 वर्ष की आयु तक के पात्र लाभार्थियों की सामाजिक सुरक्षा पेंशन 1 मई, 2023 से बढ़ाकर न्यूनतम 1,000 रुपये प्रति माह कर दी गई है. लाभुकों के खाते में 2 माह की राशि. लाभार्थियों में कलेक्टर चिन्मयी गोपाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी देशलदान, एसीईओ मुरारीलाल शर्मा, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. अशोक कुमार पांडे, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के संयुक्त निदेशक संदीप कुलश्रेष्ठ, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी नितेश कुमार जैन, महिला एवं बाल विकास उत्सव कार्यक्रम. विभाग की उपनिदेशक सरोज मीना, संगीता दीपक सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा विभाग की ओर से घर-घर सर्वे कार्य किया जा रहा है। शहरी क्षेत्रों में वार्ड वार एएनएम, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ओर से सर्वे किया जा रहा है। जिसके तहत एन्टीलार्वा गतिविधियां की जा रही है। सर्वे के दौरान कूलर, गमले, पानी की टंकियां, टायर, परिंडे आदि की जांच कर जिन कंटेनरों में मच्छर के लार्वा पाए जा रहे हैं, उन्हें मौके पर ही खाली कराया जा रहा है। सीएमएचओ डॉ. एसएस अग्रवाल ने बताया कि जिन कंटेनरों में 4 से 5 दिनों से पानी भरा हुआ है उन में टीम की ओर से टेमिफोस डाला जा रहा है। रुकी हुई नालियों व गन्दे पानी से भरे गड्ढों में जला हुआ ऑयल भी डलवाया जा रहा है। सीएमएचओ ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में नगर निकायों की ओर से वार्ड वार फोगिंग कार्य कराया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायत के माध्यम से फोगिंग कार्य किया जा रहा है।