भीलवाड़ा। भीलवाड़ा विदाई की दहलीज पर खड़े सावन को मेघ तरबतर कर रहे है। पिछले दो-तीन दिन से उमड़-घूमड़ कर बादल आ रहे है। लेकिन धमाकेदार बरसात नहीं होने से लोग निराश है। शहर में मंगलवार को सुबह से आसमान में बादलों का डेरा रहा। उमस और गर्मी से निजात मिली। शाम साढ़े तीन बजे बाद घटाएं छा गई। आकाशीय बिजली चमकने के साथ बरसात का दौर शुरू हो गया। इससे एक बारगी अंधेरा छा गया। करीब आधा घंटे तक तेज बरसात हुई। उसके बाद भी रूक-रूक कर बरसात का दौर चलता रहा। तेज बरसात के कारण नाले उफान पर आ गए। इससे कई जगह सड़कें दरिया बन गई। सड़कों पर पानी भरने से लोगों को परेशानी हुई। भीलवाड़ा में अधिकतम तापमान 33 डिग्री तथा न्यूनतम 24.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बारिश से तापमापी का पारा गिर गया। लोगों को गर्मी से राहत मिली। उधर, जिले के कई ग्रामीण क्षेत्रों में बरसात हुई। जिले के डाबला में 18 तथा बागोर में 12 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई।
कांगनी| गांव में सोमवार रात रिमझिम बरसात के साथ तेज हवा चलने से मक्का की फसल खेतों में िबछ गई। किसानों ने बताया कि जब जरूरत थी तब बरसात नहीं हुई। मक्का की फसल में ज्वारा आने लगे हैं। तेज हवा से फसलें खेतों में आड़ी पड़ गई। इससे फसल चौपट होेने की आशंका है। मंगलवार को तेज धूप निकली।