Churu: जिला कलेक्टर पुष्पा सत्यानी ने जिला परामर्शदात्री समिति व जिला स्तरीय समीक्षा समिति की बैठक

Update: 2024-09-04 14:14 GMT
 Churu चूरू । जिला कलक्टर पुष्पा सत्यानी ने कहा है कि आमजन वित्तीय साक्षर हों तथा उनको बैंक गतिविधियों के नाम पर होने वाले फ्रॉड से सुरक्षा मिले।
जिला कलक्टर सत्यानी ने बुधवार को जिला परिषद सभागार में आयोजित जिला परामर्शदात्री समिति व जिला स्तरीय समीक्षा समिति की बैठक में 30 जून, 2024 को समाप्त तिमाही के संदर्भ में जिले में कार्यरत समस्त बैंकों के ऋण -जमा अनुपात, वार्षिक साख योजना के लक्ष्यों के सोपक्ष प्रगति, वित्तीय समावेशन सहित वित्तीय गतिविधियों पर चर्चा कर बैंक अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि वित्तीय साक्षरता वर्तमान की प्राथमिकता है। इसलिए आमजन को वित्तीय साक्षरता दी जाए तथा बैंक अधिकारी नियमित रूप से शिविर आदि के माध्यम से आमजन को वित्तीय लेन-देन संबंधी जानकारी दें। आमजन को वित्तीय जोखिमों की जानकारी दी जाए। इसी के साथ बैंक ऋण-जमा अनुपात, प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र अग्रिम, प्रत्यक्ष कृषि व कमजोर वर्ग के लिए निर्धारित मानदण्ड के अधिक प्रगति लाएं। हमारा प्रयास रहे कि आमजन को वित्तीय सेवाओं का अधिकतम लाभ मिले। बैंक कस्टमर के साथ शुद्ध व मजबूत संबंधों का निर्माण करें।
उन्होंने विभिन्न योजनाओं में पेंडिंग ऋण आवेदनों को निस्तारित करने के लिए एक सप्ताह का समय निर्धारित करते हुए कहा कि अनावश्यक पेंडेंसी नहीं रखें। सेंक्शन ऋण आवेदनों में वितरण तथा नए आवेदनों में समुचित कार्रवाई करते हुए निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। सरकारी योजनाओं में पेंडिंग ऋण आवेदनों के लिए संबंधित विभाग के अधिकारी व बैंक प्रतिनिधि मिलकर आपसी समन्वय से निस्तारित करें ताकि आमजन को योजनाओं का समुचित लाभ मिल सके। प्रधानमंत्री जन धन योजना में डोर-टू-डोर सर्वे करवाते हुए खाते खोलने में सेचुरेशन लेवल तक प्रगति लाएं। इसके लिए फील्ड मशीनरी वाले विभागों के कर्मचारियों का भी अपेक्षित सहयोग लिया जा सकता है। वसूली को लेकर निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि संबंधित उपखंड के उपखंड अधिकारी व तहसीलदार को प्रकरण प्रेषित करते हुए वसूली कार्रवाई को गति प्रदान करें।
आरबीआई एलडीओ एके तिवारी ने कहा कि सभी बैंकों का शत प्रतिशत डिजीटलीकरण किया जा चुका है। इसलिए सभी बैंक नए बचत व चालू खातों में न्यूनतम एक डिजीटल प्रोडक्ट इनश्योर करें। उन्होंने आरबीआई के 90 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में 19 सितंबर को आयोजित की जाने वाली क्विज प्रतियोगिता की जानकारी दी।
कृषि संयुक्त निदेशक डॉ जगदेव सिंह ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की चर्चा करते हुए कहा कि बैंक प्रतिनिधि बीमा करने के दौरान सुनिश्चित करें कि किसान द्वारा बुवाई की गई फसल का ही बीमा किया जा रहा है। बुवाई की गई फसल के लिए संबंधित किसान से घोषणा -पत्र प्राप्त करें। अनदेखी में फसल बीमा हो जाने के कारण बीमा क्लेम भुगतान में परेशानी होती है। इसलिए फसल बीमा के दौरान सभी एन्ट्री सही व स्पष्ट की जाएं।
नाबार्ड एजीएम डीडी जीएल निर्वाण ने नाबार्ड की एग्रीकल्चर मार्केटिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर स्कीम व एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड योजना की जानकारी दी।
उद्योग महाप्रबंधक नानुराम गहनोलिया ने मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना, डॉ भीमराव अंबेडकर राजस्थान दलित आदिवासी उद्यम प्रोत्साहन योजना सहित उद्योग विभाग की योजनाओं में आवेदनों की चर्चा की।
राजीविका डीपीएम दुर्गा ढाका ने एनआरएलएम में बैंक गतिविधियों की चर्चा की।
एलडीएम अमर सिंह ने बैठक का संचालन करते हुए बैंकवार ऋण-जमा अनुपात, वार्षिक साख योजना 2024-25 के अंतर्गत 30 जून को समाप्त अवधि तक प्राप्त उपलब्धि, सरकार द्वारा प्रायोजित कार्यक्रमों में प्रगति, बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान चूरू द्वारा संचालित कायोर्ं, वित्तीय साक्षरता परामर्श केन्द्र द्वारा संचालित कार्यों, वसूली, शिक्षा ऋण सहित बैंक गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने जिला कलक्टर को अपेक्षित प्रगति लाने व पेंडिंग प्रकरणों के निर्धारित समयसीमा में निस्तारण हेतु आश्वस्त किया।
इस दौरान बीओबी झुन्झुनू डीआरएम चंद्रशेखर मीणा, आरसेटी निदेशक अमनदीप मीणा, एपीआरओ मनीष कुमार, संरक्षण अधिकारी जयप्रकाश, योगेन्द्र कटियार, दलजीत सिंह, सीसीबी एमडी मदन शर्मा, हेमंत चाहर, बालचंद प्रजापत, अंजना, गौरच जांगिड़, पंकज पूनिया, मनिष कटारिया, श्रीराम शर्मा, पियूष मीणा, गजेन्द्र सिंह, सुरेश कुमार सैनी, विवेक शर्मा, राजकुमार, अजय वर्मा, मदनचंद स्वामी, जेपी स्वामी, पूनम चौधरी सहित विभिन्न विभागों व बैंक अधिकारी मौजूद रहे।
Tags:    

Similar News

-->