Chittorgarh: बीमा राशि हड़पने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया ,आरोपी हिरासत में
Chittorgarh चित्तौरगढ़: जिले के भदेसर थाना क्षेत्र में करीब एक सप्ताह पूर्व सड़क हादसे में युवक राजेश गुर्जर की मौत का मामला हत्या का निकला। मृतक के भाई और पिता ने ही रिश्तों को दरकिनार करते हुए राजेश की हत्या कर दी थी। दरअसल राजेश के नाम पर तीन वाहन खरीदे गए थे और बीमा पॉलिसियां भी करवाई गई थीं और इसी राशि के लिए पिता-पुत्र ने हत्या की वारदात करना स्वीकार किया है। भदेसर थाना पुलिस गिरफ्तार किए आरोपियों से पूछताछ में जुटी हुई है।
पुलिस अधीक्षक चित्तौड़गढ़ सुधीर जोशी ने बताया कि गत 26 दिसंबर को रेवलिया कला-मानपुरा के बीच चतरसिंह के कुएं के पास सड़क हादसे की सूचना मिली थी, जिसमें सड़क पर अचानक जंगली सुअर आ जाने के कारण हादसा होने की बात कही गई थी। हादसे में मांदलदा हाल चित्तौड़गढ़ के चामटीखेड़ा निवासी चंपालाल गुर्जर के घायल होने और इसके पुत्र राजेश गुर्जर की मृत्यु होने की खबर थी।
हादसे को लेकर 27 दिसंबर को मृतक राजेश गुर्जर के भाई मुकुल गुर्जर ने भदेसर थाने में रिपेार्ट दी थी। शुरुआती जांच-पड़ताल में पुलिस को राजेश गुर्जर के गले में सामने की तरफ रस्सी का फंदा लगा होने जैसे निशान दिखे। मामला संदिग्ध लगने पर पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाया। मामले की जांच एएसआई सुभाषचंद्र की ओर से की गई। हत्या के खुलासे को लेकर सीआई मोतीराम सारण के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। इस टीम ने मृतक के भाई प्रार्थी मुकुल गुर्जर एवं बाइक चालक चम्पालाल गुर्जर के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल प्राप्त की।
मामले में पुलिस द्वारा जुटाई गई जानकारी में सामने आया कि चम्पालाल ने अपने पुत्र राजेश गुर्जर के नाम पर एक महिन्द्रा स्कोर्पियो कार, एक महिन्द्रा थार, एक महिन्द्रा केम्पर पिकअप एवं अन्य वाहन लिए थे। इसके अलावा बीमा पॉलिसियां भी करवाई थीं। आरोपी पिता-पुत्र ने राजेश के नाम पर लिए गए वाहनों का लोन नहीं चुकाने और बीमा पॉलिसियों की राशि हड़पने के लिए हत्या की योजना बनाई थी। इस पर जांच अधिकारी ने भदेसर थाने पर मृतक राजेश की हत्या का प्रकरण दर्ज कर जांच की और राजेश के पिता मांदलदा हाल चित्तौड़गढ़ निवासी चम्पालाल गुर्जर पुत्र छोगालाल गुर्जर एवं भाई मुकुल गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस द्वारा गहन पूछताछ करने पर आरोपियों ने हत्या की वारदात स्वीकार की।
पुलिस जांच में सामने आया कि चम्पालाल गुर्जर ने राजेश गुर्जर की हत्या की। इसके बाद मुकुल ने अपने पिता के साथ मिलकर षड्यन्त्र पूर्वक हादसा बताने के लिए शव को चम्पालाल के बताए अनुसार मांदलदा खेत से कार से रेवलिया कला-मानपुरा के बीच चतरसिंह के कुएं के पास लाए। यहां चम्पालाल ने राजेश की लाश को गाड़ी से उतारकर सिर फोड़ा और बाद में बाइक से घटनास्थल पर हादसा होने और गिरने का ढोंग रचा।