Chittorgarh चित्तौड़गढ़ । 29 अगस्त को जिला कलक्टर अलोक रंजन की अध्यक्षता में उपखंड रावतभाटा की ग्राम पंचायत जावदा में रात्री चौपाल का आयोजन किया। यह अवसर ग्रामीणों के साथ सीधा संवाद स्थापित करने और उनकी समस्याओं का समाधान करने का था। जैसे ही जिला कलक्टर गांव में पहुंचे, ग्रामीणों ने अपने दिल की बात साझा की और उनके चेहरे पर एक उम्मीद की चमक थी।
रात्रि चौपाल
रात्री चौपाल के दौरान, सबसे पहली समस्या का सामना किया गया, ग्राम खड़ामा के राजकीय विद्यालय में हो रहे अतिक्रमण का। जिला कलक्टर ने तुरंत आदेश जारी किया कि अतिक्रमण को हटाया जाए, और इसके लिए 30 अगस्त को मौके पर जेसीबी भेजी गई। देखते ही देखते, विद्यालय के परिसर को पुनः शिक्षण के लिए तैयार कर दिया गया, और बच्चों की पढ़ाई में अब कोई रुकावट नहीं रही।
साथ ही, एक 76 वर्षीय वृद्धा ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन के बायोमेट्रिक सत्यापन में हो रही कठिनाइयों के बारे में शिकायत की। जिला कलक्टर ने तुरंत विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि वह पंचायत समिति के स्टाफ को वृद्धा के घर भेजें ताकि पेंशन सत्यापन हो सके। इस पहल ने वृद्धा के चेहरे पर राहत और खुशी की मुस्कान ला दी, और उनकी पेंशन सत्यापन की प्रक्रिया को शीघ्रता से पूरा कर दिया गया।
रात्री चौपाल में छात्र-छात्राओं के बीच एक विशेष प्रेरणा का माहौल भी देखा गया। जिला कलक्टर ने उन्हें संबोधित करते हुए कहा कि भले ही वे पढ़ाई में सबसे होशियार न हों, लेकिन मेहनत और लगन से वे भी बड़े अधिकारी बन सकते हैं। यह प्रेरणादायक संदेश छात्रों के दिलों को छू गया और उन्होंने अपने सपनों को पूरा करने की नई ऊर्जा प्राप्त की।
इस रात्री चौपाल ने यह साबित कर दिया कि प्रशासन की संवेदनशीलता और तत्परता कैसे ग्रामीणों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकती है। जिला कलक्टर की इस पहल ने न केवल तात्कालिक समस्याओं का समाधान किया, बल्कि गांव वासियों को एक नई आशा और प्रेरणा भी दी। यह कार्यक्रम गांव की सामाजिक एकता और प्रशासन की प्रभावशीलता का एक जीवंत उदाहरण बन गया।