नौकरी दिलाने के नाम पर 1.35 लाख की ठगी

Update: 2023-09-26 11:02 GMT
सीकर। सीकर के जीणमाता इलाके में दिव्यांग युवक के साथ विदेश में नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी का मामला सामने आया है। पटना निवासी दो एजेंट ने उसे नौकरी का झांसा देकर मलेशिया भेज दिया लेकिन वहां उसे नौकरी नहीं मिली। अब पीड़ित युवक ने पुलिस में मामला दर्ज करवाया है। सीकर के रैवासा गांव निवासी कैलाश ने पटना निवासी राज और साहिल के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है कि इनका पटना में ऑफिस है। 14 जनवरी को राज ने कॉल करके कैलाश को बताया कि मलेशिया में एक मल्टीनेशनल कंपनी है जिसमें करीब 5 हजार लोग काम करते हैं। वहां पैकिंग का काम करने के लिए वैकेंसी निकली हुई है जिसके बदले 2800 रिंगीट मलेशिया मिलेंगे। रहना-खाना और संडे की छुट्टी कंपनी की तरफ से रहेगी। कैलाश ने राज को कहा कि उसका एक्सीडेंट हो चुका है ऐसे में राज ने आश्वासन दिया कि वह उसे हल्का काम दिलवा देगा।
राज के कहने पर कैलाश ने अपना पासपोर्ट राज को उसके एड्रेस पर भेज दिया इसके बाद राज ने कैलाश को विजिट वीजा भेजा और कहा कि मलेशिया जाने के दूसरे दिन ही एंप्लॉयमेंट वीजा मिल जाएगा। राज ने 3 महीने तक टिकट नहीं भेजी। जब विजिट वीजा खत्म होने वाला था तो 18 मई में को टिकट भेजी। कैलाश विदेश पहुंच गया तो उससे उसका पासपोर्ट राज के साथियों ने लिया। राज को वहां पता चला कि पहले से ही कई लोग फंसे हुए हैं। खाने के नाम पर भी केवल दाल और चावल ही दिया जाता है और वह भी केवल दिन में एक बार।
जैसे तैसे 20 दिन बाद भारतीय दूतावास में केस करने की धमकी देकर कैलाश वापस इंडिया लौटा। पहले तो राज और उसका साथी साहिल कैलाश को पैसे लौटाने का आश्वासन देते रहे लेकिन अब पैसे लौटाने से भी मना कर दिया। और कहा है कि पुलिस भी उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकती है। कैलाश ने पुलिस को बताया कि वह दिव्यांग है जिसने राज और साहिल को 1.35 लाख रुपए भी ब्याज पर लेकर दिए थे। फिलहाल जीणमाता पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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