गांव में सीएचसी बनकर तैयार, अब प्रसव के लिए हिंडौन जाने से मिलेगी निजात

Update: 2023-04-26 12:32 GMT
करौली। करौली हिंडौन शहर के गांव कटकड़ के सरकारी अस्पताल से जुड़े कटकड़ समेत आसपास के 50 गांवों के लिए अच्छी खबर है. कटक में 2 करोड़ की लागत से सीएचसी भवन का कार्य अंतिम चरण में है। भवन का काम लगभग पूरा हो चुका है, अंदर सिर्फ रंग रोगन का काम बाकी है। फिनिशिंग का काम पूरा होने पर 30 बेड और 22 स्टाफ की सुविधा होगी। अभी तक क्षेत्र के लोगों को सरकारी अस्पताल में छोटी-मोटी बीमारियों का ही इलाज मिल रहा है। प्रसव या गंभीर हालत में इलाज के लिए 15 से 20 किमी दूर हिंडौन के जिला अस्पताल जाना मजबूरी है।
राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार पर फोकस करते हुए पिछले वर्ष करौली विधायक लाखन सिंह कटकड़ की संस्तुति पर राज्य सरकार ने कटकड़ के राज्य प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्तरोन्नत किया था. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन निर्माण के लिए शासन द्वारा 2 करोड़ 11 लाख रुपये स्वीकृत किए गए थे। वर्ष 2022 में भवन निर्माण का कार्य एनएचएम द्वारा संवेदक को दिया गया था। जिसका निर्माण जनवरी 2023 में पूरा होना था, लेकिन भवन का निर्माण करीब तीन महीने की देरी से पूरा हुआ है। फिलहाल फिनिशिंग का काम चल रहा है। एनएचएम के सहायक अभियंता सुनील शुक्ला ने बताया कि एक माह के भीतर सभी कार्य पूर्ण कर भवन चिकित्सा विभाग को सौंप दिया जायेगा. नए भवन में जल्द ही चिकित्सा सेवाएं शुरू होंगी।
30-बेड की सुविधा वाले भवन में कई इकाइयां संचालित होंगी। ऑपरेशन थियेटर, डॉक्टर रूम, एक्स-रे रूम, इमरजेंसी यूनिट, फ्री मेडिसिन काउंटर, मैटरनिटी होम, बेबी वार्ड, महिला वार्ड, सर्जिकल व मेडिकल वार्ड आदि इकाइयां संचालित होंगी। अभी तक प्रसव व गंभीर बीमारी के इलाज के लिए कहीं और जाना पड़ता है। 24 घंटे डिलीवरी की सुविधा मिलेगी। नए भवन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चालू होने पर 22 लोगों का स्टाफ बैठेगा। मरीजों के इलाज के लिए 24 घंटे एक चिकित्सक तैनात रहेगा। रक्त, मूत्र, डिजिटल एक्स-रे सहित सभी जांचों की सुविधा के लिए अलग कक्ष होंगे। उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था के लिए रेफर करने की आवश्यकता नहीं है। 5 डॉक्टर, एक सीनियर नर्सिंग ऑफिसर, 3 फार्मासिस्ट, एक लैब टेक्नीशियन, एक डाटा एंट्री ऑपरेटर, 2 वार्डबॉय, 6 नर्सिंग ऑफिसर, 2 नर्स समेत 22 का स्टाफ तैनात रहेगा. इसमें से कटकड़, सानेट, पाटोंडा, मेडी, रायपुर, संगरपुरा, मानेमा, रिठौली, गौंडा मीणा, गढ़ीबंधवा, गुर्जर गौंडा, फालिपुरा, मेदकापुरा, कलारंकापुरा, देदरौली, बझेड़ा, लिलौटी, खेड़ा, जमालपुर, कांचरौली, सुंदरपुरा, रुधोड़, रग्गापुरा और आसपास के क्षेत्र। K50 खोने वाले लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी।
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