जालौर जिले के सांचौर में सीबीएन ने पकड़ी 1 करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत की नशीली दवाइयों की खेप
1 करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत की नशीली दवाइयों की खेप
कोटा. केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो (Central Bureau of Narcotics Action In Jalore) ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए जालौर जिले के सांचौर में 1 करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत की नशीली दवाइयों की खेप गुरुवार को पकड़ी है. लाखों की मात्रा में दवा और इंजेक्शन पकड़ने की कार्रवाई सांचौर के गणपति मार्केट स्थित मनोज भाई पुत्र मदनलाल के दवा गोदाम पर की गई है जिस पर आरोपी मनोज को एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार भी कर लिया गया है और उसे न्यायालय में पेश कर 6 दिन के रिमांड पर लाया गया है.
सीबीएन के राजस्थान उपायुक्त विकास उपायुक्त जोशी ने मीडिया से यह जानकारी आज साझा (CBN In Sanchore Of Jalore) की. जिसके अनुसार पूरी कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर की गई है. पकड़े गए माल में ट्रामाडोल टेबलेट 469120 है, जिनका वजन 178.4 किलो, ट्रामाडोल इंजेक्शन 400 जिनका वजन 800 ग्राम है, नाइट्राइजपम टेबलेट 89 जिनका वजन 30 ग्राम के आसपास बरामद किया गया है. इन सब जब्त किए माल की कीमत एक करोड़ रुपए से ज्यादा बताई जा रही है.
शातिर खिलाड़ी है पकड़ा गया आरोपी: सीबीएन उपायुक्त जोशी ने बताया कि आरोपी से पूछताछ में अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ हो सकता है. आरोपी मनोज भाई काफी शातिर है, उसने जब्त किए गए इंजेक्शन के लेबल और दवा की स्ट्रिप्स से जानकारी मिटा दी थी. यहां तक की जब्त की गई दवाइयों में कई पर दवा निर्माता कंपनी का नाम भी नहीं है. ऐसे में साफ तौर पर अवैध रूप से दवा बनाकर बेचने का मामला भी सामने आ रहा है. अंदेशा है कि ब्लैक मार्केटिंग के जरिए नशे के रूप में इन दवाइयों को बेचा गया है. आरोपी मनोज भाई पहले भी हनुमानगढ़ और गुजरात में नशीले पदार्थों की तस्करी के मामले में जेल में बंद रह चुका है. इसके साथ वह जमानत पर छूटने के बाद वापस इसी अवैध काम धंधे में लग गया है.