बाइपरजॉय का असर, टमाटर, पत्तागोभी और भिंडी 100 रुपए किलो के पार
सब्जियों की स्थानीय आवक 40% कम
जयपुर। मानसून से पहले बिपरजॉय तूफान के चलते आई बरसात ने रसाेई का गणित बिगाड़ दिया। इसके चलते सब्जियाें की फसल में हुए नुकसान से मंडियाें में 40 प्रतिशत तक आवक घट गई। ऐसे में मांग के मुकाबले सप्लाई नहीं हाेने की वजह से दाम बढ़ गए हैं। बरसात हाेने से इस बार 20 दिन पहले ही लाेकल टमाटर की फसल खत्म हाे गई। अब बेंगलुरु कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश व नासिक महाराष्ट्र से टमाटर की सप्लाई हाे रही है।अभी टमाटर के साथ-साथ गाेभी व भिंडी के खुदरा भाव भी 100 रुपए प्रति किलाे से अधिक पहुंच गए है। अभी खुदरा मंडियाें में उपभाेक्ताओं काे टमाटर 80 से 120 रुपए किलाे में मिल रहा है। वहीं टिंडा 90 व 110 रुपए किलाे, गाेभी 100 रुपए किलाे बिक रही है। हालांकि, थाेक में टमाटर 70 से 75 रुपए किलाे है।
सब्जियों की स्थानीय आवक 40% कम
जयपुर फल-सब्जी थाेक विक्रेता संघ के अध्यक्ष राहुल तंवर ने बताया कि बारिश के कारण टमाटर की लाेकल फसल नष्ट हाे गई। स्थानीय आवक 40% तक घटी है। बाहर से भी आवक कम है। वैसे भी टमाटर और अन्य सब्जियां भी बारिश में महंगी हाे जाती हैं। अभी टमाटर बेंगलुरू, नासिक व हिमाचल प्रदेश से आ रहा है। गाेभी की महाराष्ट्र व पंजाब से आवक है। अगले माह से लाेकल सब्जियाें की आवक शुरू हाे जाएगी।
20 दिन में टिंडा व काचरी की आवक शुरू होगी
थाेक व्यापारियाें का कहना है कि आगामी 20 दिन में टिंडा व काचरी, एक माह बाद लाैकी, अगस्त में फूल गाेभी व पत्ता गाेभी, सितम्बर में मूली सहित अन्य हरी सब्जियाें की आवक शुरू हाे जाएगी। लाेकल क्षेत्र से नया टमाटर अक्टूबर-नवंबर में आएगा। पिछले साल इन दिनाें टमाटर थाेक में 20 से 30 रुपए किलाे बिका था। शहर की मंडियाें में एक माह में जैसे ही लाेकल सब्जियाें की आवक शुरू हाेगी, दाम घट जाएंगे।