भरतपुर। राजस्थान में भ्रष्टाचार इस कदर फैल चुका है, मनरेगा में भी काम के बदले रिश्वत मांगी जा रही है । ऐसा ही एक मामला सामने आया है भरतपुर का । यहां कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करने पहुंची महिलाओं ने आरोप लगाया कि मेट काम देने के लिए दो सौ रुपये मांगता है । साथ ही यह कहता है कि नरेगा में काम तब मिलेगा, जब काजल बिंदी लगाकर आओगे । करीब 30 महिलाओं ने कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन भी दिया है।
पीड़ित महिलाओं ने कलेक्टर को दिए ज्ञापन में लिखा कि, वह चक रामनगर गांव की है। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति खराब है। इसलिए वह नरेगा में काम कर अपने घर का गुजारा करतीं हैं, लेकिन वह जब नरेगा में काम करने के लिए जातीं हैं तो, मेट जसवंत सिंह और मोहन सिंह नरेगा के काम में नाम लिखने के लिए 2 सौ रुपये मांगता है। मेट अपनी जान पहचान वाले लोगों को ही काम देता हैं, लेकिन वह ऐसे लोगों को काम नहीं करते देते जिन्हें जरूरत है। मेट ज्यादात्तर फर्जी मस्ट्रोल चलाते हैं।
कलेक्ट्रेट पहुंची विद्या नाम की महिला ने बताया कि, जब वह नरेगा के काम के किये गई, तो मेट ने कहा कि, जो महिला 2 सौ रुपये देगी और काजल बिंदी लगाकर आएगी उसका नाम नरेगा के काम के लिए लिखा जाएगा। जो महिला काजल बिंदी नहीं लगाकर आएगी उसका नाम नहीं आएगा। वहीं इस मामले को लेकर कलेक्टर कहा कि महिलाओं ने शिकायत की है। उसकी उच्चस्तर के अधिकारियों से जांच करवाई जाएगी और शिकायत सही पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।