राजसमंद। राजसमंद में 24 मार्च को लोडिंग टेंपो चालक हत्याकांड में गिरफ्तार दोनों आरोपित मामा भांजे को कांकरोली थाना क्षेत्र के सोनियांना रोड स्थित न्यायालय में पेश किया गया. जहां से कोर्ट ने दोनों आरोपियों की 4 दिन की पीसी (पुलिस रिमांड) देने का आदेश दिया। पुलिस के मुताबिक, पुलिस अभी तक हत्या में इस्तेमाल हथियार, कपड़े और बाइक बरामद नहीं कर पाई है। घटना स्थल को अभी रीक्रिएट किया जाना बाकी है। पुलिस ने मंगलवार को सोनियाना हत्याकांड का खुलासा करते हुए मृतका के चचेरे भाई और उसके भतीजे को गिरफ्तार किया था. चचेरे भाई ने रुपये का झांसा देकर अपने भतीजे को भी इस हत्याकांड में शामिल किया था।
राजसमंद के पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी के मुताबिक, सोनियाना गांव के ऑटो चालक मदन लाल रेगर (32) के बेटे किशन लाल रेगर का शव उनके ऑटो में सोनियाना गांव रोड पर मिला था. जिस पर कांकरोली पुलिस मय जाब्ते की घटना स्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर आरके अस्पताल भेज दिया. जहां अगले दिन पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया। हत्या को लेकर परिजनों ने कांकरोली थाने में मामला दर्ज कराया था. जिस पर पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए 6 टीमों का गठन कर जांच शुरू कर दी है. जिसमें घटना के हर एंगल से जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस टीमों ने घटना स्थल से सबूत जुटाकर सीसी टीवी फुटेज, साइबर सेल द्वारा मोबाइल लोकेशन, गांव में आने वाले वाहनों की जांच, ग्रामीणों से बातचीत और मृतक व परिजनों की जानकारी जुटाई.
जिसमें पता चला कि 7-8 माह पहले मृतक मदन लाल रेगर के चचेरे भाई सोहन लाल रेगर के पुत्र नरेंद्र रेगर के परिवार में झगड़ा हुआ था। जिसका मुख्य कारण मृतक के नरेंद्र रेगर की पत्नी के साथ घनिष्ठ संबंध होने की जानकारी सामने आई। जिसके बाद समझाइश कर मामला शांत कराया गया। इसके बाद से दोनों परिवारों के बीच कोई बात नहीं हुई।