Bharatpur: विधिवत शुभारम्भ मेले हमारी सांस्कृतिक धरोहर एवं परम्पराओं के संवाहक: जिला कलेक्टर
Bharatpur भरतपुर । श्रीजसवंत प्रदर्शनी एवं पशुमेला-2024 का उदघाटन मंगलवार को जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव ने विधिवत रूप से पूजा-अर्चना कर ध्वजारोहण के साथ किया। इस अवसर पर जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा सहित प्रशासनिक, पुलिस एवं पशुपालन सहित सम्बंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
जिला कलक्टर ने उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि 1920 में तत्कालीन महाराजा किशन सिंह द्वारा अपने दादा महाराजा जसवंत सिंह की याद में मेले की शुरूआत की गयी थी तब से निरंतर मेला आयोजन किया जाता रहा है। इस वर्ष यह 105वां मेला है, प्रतिवर्ष अश्विन शुक्ल पंचमी से अश्विन शुक्ल चर्तुदशी तक आयोजित किये जाना वाला यह मेला बृज अंचल का एक विशेष आयोजन है जिसका उत्तर भारत के चुनिंदा लक्खी मेलों में प्रमुख स्थान है। उन्होंने कहा कि मेले हमारी सांस्कृतिक धरोहर एवं पहचान होने के साथ सामाजिक सौहार्द के प्रतीक हैं। हमारी परम्पराओं के संवाहक रहे हैं इनके माध्यम से युवा पीढ़ी तक सांस्कृतिक परम्पराओं का निर्वहन होता है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशन में मेले के आयोजन में वर्षा के चलते जलभराव से आने वाले अवरूद्धों के स्थाई निस्तारण हेतु ड्रैनेज प्लान बनाकर कार्य किया जायेगा जिससे आने वाले समय में मेले का आयोजन और भी बेहतर तरीके से किया जा सके। उन्होंने बताया कि मेला मैदान में बिजली, सीसीटीवी कैमरा, पेयजल की बेहतर व्यवस्था कराते हुए मैदान को विकसित किया जायेगा जिससे व्यापार के लिए अधिक व स्थाई अवसर उपलब्ध करवाये जा सकेंगे।
जिला कलक्टर ने कहा कि श्रीजसवंत प्रदर्शनी में प्रदेश के साथ-साथ मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, हरियाणा राज्य के भी पशुपालक एवं व्यापारी भाग लेकर व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ाते हैं। उन्होंने कहा कि मेले में दूरदराज से आने वाले ग्रामीणों को आवश्यक घरेलु सामान उचित दरों पर मिलने के साथ मनोरंजन के लिए भी झूले व खानपान की दुकानें लगायी गयी हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन कर स्थानीय परम्पराओं को बढ़ाया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस बार पशुपालन विभाग द्वारा आयोजित किये जा रहे दशहरा कार्यक्रम भव्य एवं शानदार होने वाला है जिसमें रावण, कुम्भकरण एवं मेघनाथ के पुतलों का दहन किया जायेगा।
जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शहर में विजय दशमी के पर्व पर आयोजित किये जाने वाले ऐतिहासिक मेले का शुभारम्भ आज विधिवत रूप से किया गया। यह मेला भरतपुर की संस्कृति का अहम हिस्सा है, मेले में शांतिपूर्ण एवं सौहार्द्ध का वातवरण बनाये रखते हुए किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना घटित न हो इसके लिए जिला पुलिस द्वारा पर्याप्त पुलिस जाप्ता एवं व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई है। उन्होंने कहा कि आमजन की सुरक्षा हेतु मेले में लगातार सिविल वर्दी में भी पुलिस तैनात रहेगी। उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी मेले में आने वाले व्यापारियों एवं मेले में आने वाले लोगों की सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से सम्पूर्ण मेला स्थल की निगरानी का कार्य किया जा रहा है।
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक एवं मेला अधिकारी खुशीराम मीणा ने मेला आयोजन का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि इस बार 8 से 16 अक्टूबर तक आयोजित मेले में प्रतिदिन विशेष कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। यहां आने वाले नागरिकों को सस्ती व उचित दरों पर घरेलु सामग्री की उपलब्धता के साथ मनोरंजन के साधन भी होंगे। उन्होंने बताया कि मेले में 492 दुकानों का अब तक आवंटन हो चुका है जिससे विभाग को अब तक 46 लाख 62 हजार 250 रूपये की आय प्राप्त हो चुकी है तथा 195 भैंस वंश एवं 2 गौवंश की बिक्री से 9 हजार 850 रूपये का रवन्ना, टोल टैक्स से 15 हजार 50 रूपए सहित कुल 46 लाख 87 हजार 150 रूपए का राजस्व अब तक प्राप्त हो चुका है। उन्होंने कहा कि पशुपालन व्यवसाय को अधिक लाभप्रद बनाने के उद्देश्य से यहां प्रतिस्पर्धात्मक पशु प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है तथा व्यापारियों में स्वच्छता एवं अपने कार्य स्थान को साफ-सुथरा एवं सन्दर रखने के प्रतिस्पर्धा पैदा करने के उद्देश्य से बाजार प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाता है। मेले में इस बार खजला दुकान, झूला, सर्कस, मौत का कुआं, बै्रक डांस, ड्रैगन, नाव, जादू आदि मनोरंजन के साधन होगें, जिससे मेले में आने वाले दर्शक इनका आनन्द उठा सकेगें।
ये होंगे आयोजन
श्रीजसवंत प्रदर्शनी एवं पशु मेला 2024 में विभिन्न कार्यक्रमांे एवं प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जायेगा। इसके तहत 9 अक्टूबर को पशु प्रतियोगिता आयोजित होगी। 10 अक्टूबर को सांय 7 बजे भजन जिकडी, 11 अक्टूबर को सांय 7 बजे नौटंकी, 11 से 13 अक्टूबर तक कुश्ती दंगल, 12 अक्टूबर को सांय 6.30 बजे रावण दहन एवं 13 अक्टूबर को ढोला गायन सांय 7 बजे से आयोजन किया जायेगा। 14 अक्टूबर को सांय 7 बजे सांस्कृतिक संध्या एवं बाजार प्रतियोगिता तथा 15 अक्टूबर को सांय 7 बजे से क्षेत्रीय कवि सम्मेलन एवं 16 अक्टूबर को सांय 7 बजे से अखिल भारतीय कवि सम्मेलन आयोजित किया जायेगा।
विभिन्न प्रदर्शनियों का अवलोकन
मेले का विधिवत फीता काटकर उद्घाटन के बाद जिला कलक्टर ने लगभग एक दर्जन प्रदर्शनियों का फीता काटकर उद्घाटन किया। प्रदर्शनियों में विभागों द्वारा योजनाओं एवं ग्रामीणों के हित में किये जा रहे उत्पादों को दर्शाया गया है जिनमें पशुपालन विभाग, कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग, डेयरी, आयुर्वेद, विधिक जागरूकता की प्रदर्शनियां लगायी गयी हैं।
इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मृदुल सिंह, अतिरिक्त कलक्टर प्रशासन घनश्याम शर्मा, अतिरिक्त कलक्टर शहर राहुल सैनी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।