Bharatpur भरतपुर । संविधान दिवस के अवसर पर जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव ने सूचना केन्द्र में चार दिवसीय फोटो प्रदर्शनी का विधिवत उद्घाटन किया। इस उपलक्ष्य में संगोष्ठी एवं क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया जाकर संविधान की विशेषताओं पर चर्चा की गई।
जिला कलक्टर ने विधिवत फीता काटकर दीप प्रज्ज्वलन कर प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया। प्रदर्शनी में लगाए गए एतिहासिक दुर्लभ छायाचित्रों का अवलोकन कर संविधान निर्माण में संविधान निर्माण सभा के गठन से लेकर संविधान लागू होने तक के छायाचित्रों का समावेश करने की सराहना की। उन्होंने कहा कि हमारा संविधान विश्व का सबसे बड़ा एवं लोकप्रिय संविधान है। इसकी विशेषताओं एवं संविधान निर्माण की प्रक्रिया के बारे में विद्यार्थियों को भी अवगत कराया जाये। उन्होंने कहा कि संविधान की विशेषताओं से युवा परिचित होगा तो निश्चित रूप से अपने अधिकार कर्त्तव्यों के बारे में जागरूक होगा।
प्रदर्शनी में संविधान निर्माण सभा के सभी सदस्यों के सामूहिक छायाचित्र, प्रारूप समिति अध्यक्ष डॉ. भीमराव अम्बेडकर द्वारा संविधान के प्रारूप की प्रति संविधान निर्माण सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को सौंपते हुए। प्रथम संसद के सत्र का विहंगम दृश्य, प्रथम मंत्रीमंडल के सदस्यों के छायाचित्र, संविधान की मूल प्रति पर प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू एवं प्रथम गृह मंत्री सरदार पटेल हस्ताक्षर करते हुए के दुर्लभ छायाचित्र भी प्रदर्शित किये गये हैं। सम्पूर्ण प्रदर्शनी में संविधान निर्माण सभा के गठन से संविधान लागू होने तक के छायाचित्रों को श्रृंखलावार प्रदर्शित किया गया है। इस अवसर पर अतिरिक्त कलक्टर प्रशासन घनश्याम शर्मा, अतिरिक्त कलक्टर शहर राहुल सैनी सहित अधिकारीगण, प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित रहे। उपनिदेशक हरिओम सिंह ने प्रदर्शनी के बारे में अवगत कराया।
संविधान की विशेषताओं पर हुई संगोष्ठी
संविधान दिवस के अवसर पर सूचना केन्द्र में संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें भारतीय संविधान की विशेषताओं पर वक्ताओं ने प्रकाश डालते हुए विश्व के सबसे बडे लिखित एवं लोकप्रिय संविधान के बारे में चर्चा की। उपनिदेशक हरिओम सिंह ने बताया कि भारतीय संविधान में विश्व के प्रमुख संविधानों की विशेषताओं का समावेश किया गया है। अमेरिका के लिखित एवं ब्रिटेन के अलिखित संविधान के साथ ही भारत के 1935 अधिनियम की विशेषताएं इसमें स्पष्ट दिखाई देती हैं। संविधान की मजबूती एवं स्पष्टता के कारण ही आज भारत का लोकतंत्र मजबूती के साथ खड़ा है। लोकतंत्र के चारों स्तम्भों के अधिकारी, कर्त्तव्य एवं क्षेत्राधिकार का स्पष्ट उल्लेख होने से भारत का संविधान विश्व के लिए अनुकरणीय है। संविधान में प्रत्येक जाति, धर्म, क्षेत्र के नागरिक को समान अवसर प्रदान किये गये हैं। जनसम्पर्क अधिकारी राहुल आसीवाल ने बताया कि भारतीय संविधान कठोर एवं लचीला दोनों प्रकार का है। त्रिस्तरीय शासन व्यवस्था, नीति निर्देशक तत्व, सभी वर्गों की भागीदारी के लिए विशेष प्रावधान भारतीय संविधान की विशेषता है। संगोष्ठी में शिक्षाविदों, अधिवक्ताओं ने भी विचार व्यक्त कर संविधान की विशेषताओं पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर जिले के मीडियाकर्मी, पुस्तकालय में अध्यनरत युवा एवं गणमान्य नागरिक, विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थी शामिल रहे।
संविधान प्रश्नोत्तरी आयोजित
संविधान दिवस पर सूचना केन्द्र सभागार में कॉलेज, स्कूल स्तरीय विद्यार्थियों की क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें संविधान की विशेषताओं पर आधारित प्रश्न पूछकर विजेता विद्यार्थियों को पुरूस्कृत किया गया। वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीनाथ शर्मा ने विजेता विद्यार्थियों को पारितोषिक प्रदान किये।