Dungarpur डूंगरपुर । संविधान दिवस के अवसर पर मंगलवार को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डाइट डूंगरपुर में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री कुलदीप सूत्रकार की अध्यक्षता एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री दिनेश धाकड़ के मुख्य आतिथ्य, श्री हितेष भण्डारी डिफेंस कौंसिल जिला विधिक सेवा प्राधिकरण डूंगरपुर, प्राचार्य एसबीपी कॉलेज डॉ गणेश निनामा, सहायक निदेशक सूचना एवं जनसंपर्क छाया चौबीसा, पूर्व अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी श्री प्रकाश शर्मा, उप प्रधानाचार्य डाइट श्री धर्मेश जैन, डॉ ऋषिन चौबीसा, श्री सुरेंद्र ढोली शृष्टि सेवा संस्थान के विशिष्ट आतिथ्य में किया गया। इस अवसर पर संविधान से संबंधित प्रदर्शित फोटो का भी अतिथियों ने । अवलोकन किया
कार्यक्रम का प्रारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन तथा मां सरस्वती एवं संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर की तस्वीरों पर माल्यार्पण के साथ किया गया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में उप प्रधानाचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान श्री धर्मेश जैन एवं छाया चौबीसा ने सभी अतिथियों का पुष्पगुच्छ भेंट कर तथा शब्द सुमनों से स्वागत अभिनंदन किया। कार्यक्रम में अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री कुलदीप सूत्रकार ने विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में संविधान के महत्व को बताते हुए कहा कि यह आदर्श समाज की स्थापना को प्रेरित करता है। उन्होंने संविधान में समानता, अखंडता, संप्रभुता के उच्च आदर्शों एवं मूल्यों के साथ ही विधिक सम्मत जानकारी प्रदान की। उन्होंने सभी उपस्थित जन से भी आने वाली पीढ़ी को संविधान की जानकारी देने का आह्वान किया।
इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री दिनेश धाकड़ ने कहा कि संगोष्ठी से नये विचार, नये आयाम मिलते हैं। उन्होंने सभी उपस्थित जन को वाहक बन संविधान के आदर्श और मूल्यों को बच्चों तक पहुंचाने का आह्वान किया । उन्होंने आदर्श लोकतंत्र की स्थापना में संविधान की महत्ता पर प्रकाश डाला।। डिफेंस काउंसिल जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री हितेश भंडारी ने कविता की पंक्तियां श्मैं भारत का संविधान पथ की बारीकी को बारीकी से सिखलाता हूं.... श्के माध्यम से संविधान को मार्गदर्शक और पथ प्रदर्शक बताया।
कार्यक्रम में एसबीपी महाविद्यालय प्राचार्य डॉ गणेश निनामा ने कहा कि हमारा देश अलग-अलग संस्कृति, भाषा एवं परंपराओं का देश है जिसको हमारा संविधान अखंडता प्रदान करता है। उन्होंने स्वतंत्रता से पूर्व की स्थितियों से लेकर वर्तमान में संविधान द्वारा प्रदत्त अधिकारों तक का विश्लेषण करते हुए संविधान को लोकतंत्र का गौरव बताया।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए पूर्व अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी श्री प्रकाश शर्मा ने विश्व के सबसे बड़े लिखित संविधान की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए इसके निर्माण से लेकर, विभिन्न अनुच्छेद, अधिकार, कर्तव्य, नीति निर्देशक तत्वों पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का संचालन श्री धर्मेश जैन तथा आभार प्रदर्शन व्याख्याता डॉ ऋषिन चौबीसा ने किया।