Bharatpur: स्टेट रिव्यू मिशन के तहत चिकित्सा संस्थानों का 16 टीमों ने किया निरीक्षण
Bharatpur भरतपुर । स्वास्थ्य सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण, सुचारू संचालन एवं स्वास्थ्य मानकों में सुधार के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्टेट रिव्यू मिशन के तहत 16 टीम के 48 सदस्यों द्वारा दो दिवसीय सघन निरीक्षण के बाद राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक डॉ. भारती दीक्षित की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।
मिशन निदेशक ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ीकरण कर स्वास्थ्य मानकों को अधिक बेहतर करना राज्य सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता में है। उन्होंने कहा कि मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं, संस्थागत प्रसव, टीकाकरण, साफ-सफाई सहित अन्य पैरामीटर्स में शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के लिये चिकित्सा अधिकारी टीम भावना से कार्य करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा संचालित स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ निचले स्तर तक पहुंचे और आमजन को जांच, उपचार आदि में किसी तरह की कठिनाई नहीं हो।
डॉ. दीक्षित ने कहा कि स्वास्थ्य कार्यक्रमों के क्रियान्वयन एवं अस्पतालों की सुविधाओं में सुधार कर आमजन का विश्वास अर्जित करें जिससे स्थानीय स्तर पर ईलाज की सुविधा मिल सके। उन्होंने जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से जिला मुख्यालय तथा जिला मुख्यालय से जयपुर रैफर किये जाने वाले मरीजों की संख्या में कमी लाते हुये आमजन को स्थानीय स्तर पर बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जांच मशीनों का पूरा उपयोग हो, जहां मशीन है, लेकिन संचालित करने के लिए मानव संसाधन उपलब्ध नहीं है, वहां तत्काल प्रभाव से वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि संस्थागत प्रसव व टीकाकरण के लक्ष्यों में आ रहे गैप को कम करने के लिये नियमित पोर्टल पर फिडिंग के साथ आमजन में और अधिक जागरूकता पैदा की जाए।
डॉ. दीक्षित ने वृद्धजनों को सुगमतापूर्वक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए रामाश्रय योजना, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए मॉ-वाउचर योजना तथा यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज के लिए मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना का कुशलता के साथ क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लोगों को इन योजनाओं के बारे में समुचित जानकारी उपलब्ध कराएं। उन्होंने भरतपुर के डांग क्षेत्र एवं डीग के मेवात क्षेत्र में इन योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू कर आमजन तक जानकारी पहुंचाने के निर्देश दिये। उन्होंने अस्पतालों में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के साथ ही बायोमेडिकल वेस्ट का गाइडलाइन के अनुसार निस्तारण करने के भी निर्देश दिए।
मिशन निदेशक ने कहा कि चिकित्सा सुविधाओं के लिये बजट की कमी नहीं है रिक्त पदों को भरने के लिये भी डीएचएस के माध्यम से प्रक्रिया पूरी के लिये शिथिलता दी जा रही है। उन्होंने निर्माणाधीन भवनों के कार्यों को गति देने एवं नवीन स्वीकृत संस्थानों के लिये भूमि आवंटन के साथ ही निविदा प्रक्रिया पूरी कर गुणवत्ता से कार्य कराने के निर्देश दिये। उन्होंने जयपुर से आये निरीक्षण दलों की रिपोर्ट का बिन्दुवार समीक्षा कर कमियों को एक माह में दूर करने तथा टीम भावना के साथ लक्ष्य पूरे करने के निर्देश दिये।
जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव ने जिले में चिकित्सा विभाग में रिक्त पदों को भरने, चिकित्सा उपकरणों की उपलब्धता कराने एवं हलैना में ट्रोमा सेंटर के लिये संसाधन उपलब्ध कराने की बात कही। उन्होंने वैर एवं भुसावर ब्लॉक को चिकित्सकीय ब्लॉक के रूप में अलग अलग करने का सुझाव भी दिया।
जिला कलक्टर डीग उत्सव कौशल ने डीग जिले के लिये अलग से बजट आवंटन के साथ मेवात क्षेत्र के चिकित्सा संस्थानों एवं जिले के दूर-दराज क्षेत्रों में चिकित्सकीय सुविधा के लिये बजट बढाने का सुझाव दिया।
इस अवसर पर निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर, निदेशक आरसीएच डॉ. सुनीत राणावत, एसपीएम डॉ. लोकेश चतुर्वेदी, मुख्यालय से निरीक्षण के लिए गए अधिकारी, मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. तरूण लाल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भरतपुर डॉ. गौरव कपूर, डीग डॉ. विजय सिंघल, अधीक्षक आरबीएम अस्पताल डॉ. नागेन्द्र भदोरिया सहित दोनों जिलों के चिकित्सा अधिकारी उपस्थित रहे।
मिशन निदेशक ने किया निरीक्षण
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन निदेशक डॉ. भारती दीक्षित ने जिले में उपजिला अस्पताल नदबई, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सेवर, भरतपुर में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (आयुष्मान आरोग्य मंदिर) तिलक नगर का निरीक्षण किया। उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
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