Barmer: एनडीआरएफ ने भूकंप से बचाव का मॉकड्रिल किया
"सिविल डिफेंस की टीमों ने किया रेस्क्यू"
बाड़मेर: भूकंप के कारण पीजी कॉलेज की इमारत ढह गई। जिसके कारण 20 लोग फंस गये। इसकी सूचना एनडीआरएफ, सिविल डिफेंस और पुलिस समेत विभिन्न टीमों को दी गई। टीम तुरंत मौके पर पहुंची और फंसे हुए कॉलेज छात्रों को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया। बचाव अभियान में लगभग डेढ़ घंटे का समय लगा। दरअसल, जिले में एनडीआरएफ की ओर से मॉक ड्रिल की गई, जिसमें टीम के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
मॉक ड्रिल के दौरान एनडीआरएफ ने कॉलेज के अंदर फंसे एक छात्र को बचाया: कमांडेंट सुरेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन एवं एनडीआरएफ प्रभारी योगेश मीना के नेतृत्व में टीम कमांडर इंस्पेक्टर लखन ने पीजी कॉलेज में भूकंप पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया। इस दौरान बाड़मेर एएडीएम राजेंद्र सिंह चांदावत, एसडीएम वीरमाराम, कोतवाली पुलिस, सदर पुलिस के अधिकारी व जवान मौजूद रहे। 30 एनडीआरएफ और 15 नागरिक सुरक्षा कर्मी तथा पुलिस कर्मी भी उपस्थित थे।
एडीएम राजेंद्र सिंह चांदावत का कहना है कि एनडीआरएफ ने भूकंप को लेकर बेहतरीन मॉक ड्रिल की। इस अवधि के दौरान सीमित संसाधनों के साथ जीवन और संपत्ति की रक्षा की गई। एनडीआरएफ के साथ-साथ सिविल डिफेंस और पुलिस टीमों ने भी मॉक ड्रिल के दौरान बहुत कुछ सीखा।
योगेश मीना ने बताया कि मॉक ड्रिल के दौरान डीएम बाड़मेर एवं 6वीं बटालियन कमांडेंट द्वारा संयुक्त रूप से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। समय-समय पर विभिन्न परिस्थितियों में मॉक ड्रिल आयोजित की जाती हैं। एनडीआरएफ दिल्ली यह निर्णय लेती है कि किस जिले में कौन सी मॉक ड्रिल आयोजित की जाए। अगर बाड़मेर में भूकंप आया तो हम कैसे बचेंगे? क्या सावधानियां बरती जाएंगी और कौन-कौन सी एजेंसियां इसमें भाग लेंगी। यह सब आज देखने को मिला। इसमें स्वास्थ्य, नागरिक सुरक्षा, अग्निशमन, राज्य पुलिस, एनडीआरएफ सहित अन्य विभागों ने भी भाग लिया। हमारा उद्देश्य यह है कि हम इस आपदा से कम से कम समय और क्षति के साथ निपट सकें।