Baran बारां । जिला कलक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर के निर्देशन में जिले के ग्रामीण क्षेत्र में खेतों तक सुगम पहुंच के लिए शुक्रवार से रास्ता खोलो अभियान की की गई। इसके तहत विभिन्न गांवों में जहां सभी पक्षों के बीच आपसी सहमति बनाकर रास्ते का खुलासा किया गया। वहीं अन्य जगहों पर रास्तों का डिमार्केशन कर आगे की कार्यवाही के लिए रूपरेखा का निर्धारण किया गया। जिले में कई स्थानों पर खेतों तक पहुंचने के मार्ग अतिक्रमण या आपसी विवाद आदि कारणों से अवरूद्ध होने के कारण कृषकों को खेतों तक पहुंचने में असुविधा की स्थिति से गुजरना पड़ रहा है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन की पहल पर अभियान की शुरूआत की गई है।
अभियान के तहत पहले दिन बारां उपखण्ड क्षेत्र के माथनी गांव में नहर के पास आराजी खसरा 1047 पर सौ-डेढ़ सौ मीटर रास्ते का खुलासा आपसी सहमति से कराया गया। अभियान में यहां पूरी तरह से बंद रास्ते को दस फीट तक चौड़ा किया गया जिससे ट्रैक्टर आदि साधन आसानी से अन्दरूनी खेतों तक पहुंच सकेंगे। रास्ता बंद होने के कारण यहां आधा दर्जन से अधिक किसान प्रभावित हो रहे थे। तहसीलदार दशरथ मीणा, कानूनगो सिराज खान, पटवारी अंसार खान, एलआर मुकुट मीणा की टीम ने मौके पर पहुंचकर सभी पक्षों के बीच आपसी सहमति बनाते हुए रास्ते का खुलासा करवाया।
छीपाबड़ौद उपखण्ड अधिकारी सपना कुमारी ने बताया कि कलमोदिया से हरनावदाशाहजी की नई सड़क पर सेकुड गांव में रास्ता निर्माण मेे आई रूकावट की पैमाईश करते हुए जेसीबी मशीन की मदद से रास्ते का खुलासा किया गया। अंता उपखण्ड में तहसीलदार सत्यनारायण शर्मा की अगुवाई में भोज्याखेड़ी नागदा के बीच करीब 750 मीटर रास्ते का डिमार्केशन किया गया है। यहां रास्ते पर वर्तमान में फसल की बुआई करदी गई है। आगामी दिनों में जेसीबी मशीन से रास्ते का खुलासा कर पक्के रास्ते का निर्माण किया जाएगा। डिमार्केशन के दौरान दोनो पंचायतों के ग्राम विकास अधिकारी भी उपस्थित थे।
अभियान में उपखण्ड अधिकारियों को रास्तों से संबंधित समस्याओं को पूर्ण विधिक रूप से निराकरण करने की जिम्मेदारी दी गई है। उपखण्ड अधिकारी सप्ताह में एक बार उप पुलिस अधीक्षक, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, थानाधिकारी, विकास अधिकारी के साथ बैठक कर प्रकरणों की समीक्षा करेंगे तथा सप्ताह में कम से कम 3 रारतों की समस्या का समाधान करेंगे। अभियान के क्रियान्वयन के लिए जिला स्तर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए है। रास्तों से अतिक्रमण हटाने के पश्चात उन रास्तों पर नरेगा या अन्य सरकारी योजनाओं के तहत तत्काल ग्रेवल सड़क व वृक्षारोपण कार्य कराने के लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद नोडल अधिकारी बनाया गया है। रास्ते के खुलासे के लिए विकास अधिकारी व ग्राम पंचायतें आवश्यक रूप से संसाधन उपलब्ध कराएंगे। रास्तों की समस्याओं का मौके पर निस्तारण के दौरान जनप्रतिनिधिगणों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाएगी।
कब्जा संभलाया
शाहबाद के पटवार मण्डल बैहठा के ग्राम धुरेरा के आराजी खसरा न 138 रकबा 12.02 बीघा पर 183 (बी) की कार्यवाही के तहत मौक़े पर उपस्थित नायब तहसीलदार, कानूनगो, पटवारी मय राजस्व टीम और पुलिस जाप्ता एवं ग्रामवासियान की मौजूदगी के साथ मौक़े पर सहखातेदारों पुनिया पुत्र सूखा जाति जाटव एवं केशव, सुमत पुत्र शोभा, दाखा, कारी, निकिता पुत्रिया रामवती पत्नी स्व. मिंजू जाति जाटव को कब्ज़ा संभालाया गया।