जयपुर। राजस्थान की बड़ी खबर में आपको बता दे कि प्रदेश में साइबर ठगों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। साइबर ठगो का दुस्साहस इतना बढ़ गया है कि अब वे पुलिस के बड़े अधिकारी औऱ मंत्रियों को भी नहीं छोड़ रहे हैं। साइबर ठगों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की व्हाट्स एप फोटो लगा कर सचिवालय अधिकारी से ही 3 लाख रुपए के अमेजन गिफ्ट कार्ड मांगे है। गुरूवार को सरहदी बाड़मेर जिले में कार्यरत जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम पर साइबर ठगी के प्रयास करने का मामला सामने आया है। इसके अलावा साइबर ठगो ने सीएम गहलोत की व्हाट्स एप फोटो लगाकर सचिवालय अधिकारी से 3 लाख की मांग की है । डीएस प्रोटोकॉल नरेश विजय ने इसकी शिकायत की है।
सीएम अशोक गहलोत की व्हाट्सएप फोटो लगाकर डीएस प्रोटोकॉल नरेश विजय के पास मैसेज आया जिसमे पूछा कि क्या आप अमेजन गिफ्ट कार्ड से परिचित हो. मैं अर्जेंट मीटिंग में हूं और मुझे पैसों की जरूरत है। आप 10,000 रुपए के 30 अमेजन गिफ्ट कार्ड मुझे गिफ्ट करें यानि 3 लाख रुपए मांगे गए। हालांकि नरेश विजय ने किसी तरह के पैसे या अमेजन गिफ्ट कार्ड भेजने की जगह शिकायत उच्च अधिकारियों को दी। इसके अलावा बाड़मेर जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाश विश्नोई को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का फोटो व नाम लिखे हुए नम्बर से व्हाट्सएप पर मैसेज आया कि वह मीटिंग में है और उन्हें अर्जेंट अमेजन पे ई गिफ्ट कार्ड से कुछ सामान खरीदना है तो उसे पैसों की जरूरत है।
ऐसे में मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने सजगता दिखाते हुए उसे कोई जवाब नहीं दिया। जिसके बाद लगातार फोन कॉल व व्हाट्सएप पर मैसेज कर पैसों की डिमांड की जा रही थी। उन्हें लगातार मैसेज कर अमेजन पे ई गिफ्ट कार्ड से 30 कार्ड खरीदने की डिमांड रखी जोकि एक कार्ड 10 हजार रुपये का था। ऐसे में मुख्य कार्यकारी अधिकारी की सजगता से 3 लाख रुपये की ठगी से बच गए हैं। उन्होंने आमजन से अपील की है कि ऐसे कोई भी परिचित या अनजान नम्बरों से मैसेज या फोन कॉल आए तो उसे पैसे नहीं दे. गौरतलब है कि सरहदी बाड़मेर जिले में पहले भी कई युवा साइबर ठगी का शिकार हो चुके हैं।