चित्तौरगढ़। यू-ट्यूब पर वीडियो लाइक करने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह को एटीएस और एसओजी की टीम ने गिरफ्तार किया है। चारों में से तीन आरोपी चित्तौड़गढ़ के रहने वाले हैं और एक आरोपी भीलवाड़ा का रहने वाला है. आरोपियों ने 43 लाख रुपए ठग लिए हैं। एसओजी टीम के पुलिस महानिरीक्षक सत्येंद्र सिंह ने बताया कि जयपुर निवासी डॉ. अंकिता सिंह ने मामला दर्ज कराया था। रिपोर्ट में बताया गया कि अपूर्वा ग्लोबल एडवरटाइजिंग कंपनी के सेल्स मैनेजर की तरफ से व्हाट्सएप और टेलीग्राम पर मैसेज मिला था। उसमें बताया कि हमारी ग्लोबल एडवरटाइजिंग कंपनी में पार्ट टाइम जॉब चल रही है। YouTube पर आपके द्वारा पसंद किए जाने वाले प्रत्येक वीडियो के लिए आपको 50 रुपये मिलेंगे। साथ ही ऐसा करके आप हर रोज 2500 रुपए कमा सकते हैं। डॉ. सिंह ने ऐसा किया तो उनके खाते से 43 लाख रुपये निकल गए। मामला साइबर क्राइम थाना जयपुर में दर्ज किया गया है।
जांच अधिकारी सज्जन कंवर ने तकनीकी आधार पर जांच की तो पता चला कि डॉ. अंकिता ने जिन 11 संदिग्ध बैंक खातों में राशि जमा कराई थी, उनमें से फरवरी-मार्च 2023 में 9 बैंक खातों में करीब 22 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ. इसमें से 3081 लाख रुपये इन खातों में जमा हैं। इन खातों से जुड़े मोबाइल नंबरों के सीडीआर रिकॉर्ड की जांच की गई। जांच के अनुसार चार आरोपी युवराज पुत्र हरलाल मीणा निवासी भीलवाड़ा, अकोला, लेहरूलाल पुत्र राजमल तेली निवासी चित्तौड़गढ़, संगेसरा, किशनलाल पुत्र बबरू प्रजापत निवासी चित्तौड़गढ़, गोवर्धन पुत्र बबरू चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा से हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। उन्होंने बताया कि पूछताछ में पता चला कि भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ का यह गिरोह मुंबई जाकर अपने और दूसरों के नाम से फर्जी कंपनियां दर्ज करता था. इसके बाद उसने फर्जी ऑफिस बनाकर कंपनी के नाम से करंट अकाउंट खोल लिया। ये खाते चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा में संचालित करते हैं।