आमसिंह के हत्यारों ने नहीं छोड़ा कोई सुराग, पुलिस भी बदमाशों के आगे बेबस

Update: 2023-07-02 17:23 GMT
बाड़मेर। बाड़मेर जिले के सिवाना क्षेत्र के मिठोड़ा कृषि फार्म हाउस में सो रहे कांग्रेस नेता और पूर्व सरपंच आम सिंह राठौड़ की हत्या मामले की जांच में पिछले 4 दिनों से पूरे जिले की पुलिस जुटी हुई है. लेकिन, अभी तक पुलिस को ऐसे कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं. इसके आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जा सकता है. हत्यारे इतने शातिर थे कि उन्होंने बचने के लिए फॉर्म हाउस से निकलने वाली भारत माला रोड को जाने का रास्ता बनाया और पास में मोबाइल भी नहीं रखा। पुलिस के आश्वासन के बाद गुरुवार को परिजनों व समाज के लोगों ने धरना समाप्त कर दिया. दरअसल, सोमवार रात 2:00 बजे हुई हत्या को 100 घंटे से ज्यादा का वक्त बीत चुका है. घटना के बाद 1 एएसपी, 3 डीएसपी और 10 सीआई के नेतृत्व में गठित टीमों के साथ तकनीकी टीम भी पादरू-मिठोड़ा मार्ग पर डेरा डालकर सुराग जुटाने में लगी हुई है. हत्यारों को मोबाइल और ट्रांसपोर्ट के बारे में कोई जानकारी नहीं है और हत्या की किसी भी तरह की बात अभी तक सामने नहीं आई है.
हालांकि पुलिस टीम संदेह के आधार पर अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर मृतक और परिवार से दुश्मनी रखने वाले लोगों से पूछताछ कर रही है. लेकिन अभी तक पुलिस के पास बाइक से आये हत्यारों द्वारा धारदार हथियार से हत्या करने के अलावा कोई सुराग नहीं है. लोगों के गुस्से को देखते हुए एसपी दिगंत आनंद मौके पर मौजूद हैं और शुक्रवार शाम को पादरू में अधिकारियों की बैठक ली. 2 दिन पहले पुलिस टीम द्वारा कुड़ी गांव की सरहद में पचपदरा थाने के एक बदमाश के घर पर छापा मारने की बात सामने आई है. इस दौरान पुलिस को देखकर बदमाश एक साथी के साथ बाइक से मौके से भाग गया। जानकारी के अनुसार कुछ साल पहले सिवाना बाजार में बदमाश पृथ्वीसिंह ने अपने साथियों के साथ फायरिंग कर छोटूसिंह की हत्या कर दी थी। मृतक आम सिंह का बड़ा बेटा मालम सिंह भी फायरिंग में बाल-बाल बच गया, जब वह छोटू सिंह के साथ था. इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी पृथ्वी सिंह समेत तीन-चार साथियों को गिरफ्तार किया था. इस घटना को अंजाम देने के लिए एक नाबालिग से रैकी करवाई गई, जो फिलहाल जमानत पर बाहर है.
आरोपी के कुड़ी गांव में उसके दोस्त के होने की वजह से पुलिस ने शक के आधार पर छापेमारी की, लेकिन इससे पहले ही वह भागने में कामयाब हो गया, साथ ही गांव और आसपास के इलाके से संदिग्धों को बुलाया जा रहा है, लेकिन अब तक नहीं मिल सका सुराग कांग्रेस नेता आम सिंह राठौड़ राजनीति से जुड़े होने के साथ-साथ दबंग छवि के व्यक्ति थे। इसके साथ ही उनके बेटे मालम सिंह पर छोटू सिंह हत्याकांड समेत कई मामलों में आपसी दुश्मनी की भी जानकारी सामने आई है. ऐसे में पुलिस को हत्या की कोई ठोस वजह या किसी आरोपी के बारे में कोई सुराग नहीं मिल रहा है, जो जांच को आगे बढ़ा सके. वहीं, हत्या के वक्त मौके पर हत्यारों और बदमाशों की सीडीआर नहीं मिलने से पुलिस को आरोपियों तक पहुंचने के लिए काफी भागदौड़ करनी पड़ रही है.
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