पानी की कमी को लेकर आक्रोशित हुई अलवर की महिलाएं
तपती धूप में सड़क पर कर रही प्रदर्शन
अलवर: अलवर शहर में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. जिधर देखो उधर बच्चे, बूढ़े, जवान, औरतें सभी पानी की तलाश में भागते नजर आते हैं। मौजूदा बीजेपी सरकार से जुड़े नेता शहर से गायब हो गए हैं. लोकसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ने ईआरसीपी योजना के लिए धन्यवाद यात्रा निकाली थी, लेकिन जलदाय विभाग का आश्वासन आम आदमी के गले से नीचे नहीं उतर रहा है, जलदायकर्मियों का सिर्फ झूठ और आश्वासन ही कायम है रटा-रटाया बयान.
कई बार प्रदर्शन के बाद भी कोई सुधार नहीं हो रहा है: अलवर के वार्ड नंबर 32 फ्रेंड्स कॉलोनी में गर्मी बढ़ने के साथ ही पेयजल संकट गहराता जा रहा है. इससे क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति ठप हो गई है और लोग बूंद-बूंद पीने के पानी के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। परेशान होकर इलाके के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. वहीं पानी की समस्या को लेकर लोग कई बार जलदाय विभाग कार्यालय और जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
वर्षों से पेयजल संकट बना हुआ है: प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना था कि फ्रेंड्स कॉलोनी में पिछले 20 साल से पेयजल संकट है. महिलाओं और बच्चों का पूरा दिन पानी लाने में ही बीत जाता है। टैंकर भी ऊंचे दामों पर पानी की आपूर्ति करते हैं। अब स्थिति यह हो गयी है कि सुबह उठते ही लोगों को पानी की समस्या सताने लगती है. स्थानीय निवासी प्रभात सिंह ने बताया कि वे कई वर्षों से पेयजल संकट से जूझ रहे हैं. इस मामले में समिति की ओर से बोरिंग के लिए 60 लाख रुपये का प्लॉट दान में दिया गया था. बोरिंग के बाद जल विभाग यहां का पानी दूसरे इलाकों में सप्लाई करने की बात करता है. ऐसे में जलदाय विभाग को फ्रेंड्स कॉलोनी में प्राथमिकता से पानी देना चाहिए. इसके बाद अन्य क्षेत्रों में मांग के अनुरूप पानी की आपूर्ति की जाये.