अजमेर। अजमेर एक विवाहिता पर ससुराल पक्ष से पुश्तैनी गहने, नकदी और दस्तावेज चुराने का मामला सामने आया है। विवाहिता की सास ने पुत्रवधू व उसके पीहर पक्ष पर परेशान व ब्लैकमेल करने के आरोप लगाए। पीड़िता की शिकायत पर क्रिश्चियनगंज थाना पुलिस ने पुत्रवधू व उसके पीहर पक्ष पर धोखाधड़ी,चोरी व धमकाने का मुकदमा दर्जकर अनुसंधान शुरू कर दिया। पुलिस के अनुसार हरिभाऊ उपाध्याय नगर (विस्तार) निवासी मायादेवी ने रिपोर्ट दी कि पति वित्त विभाग में सहायक लेखाधिकारी(प्रथम) के पद से सेवानिवृत है। बेटे अशोक की शादी 29 जनवरी 20 को कोटा कुन्हाड़ी निवासी काजोल पुत्री सीताराम वर्मा से सामाजिक रीति रिवाज से हुई। शादी से पहले काजोल को देखने गए तब ही उसके परिवार की नीयत पहले से खराब थी। उन्होंने शादी में दहेज नहीं लिया लेकिन काजोल के पिता ने दिखावे के लिए सामान और जेवरात दिए। शादी के बाद अशोक पुत्रवधू काजोल को पुणे ले गया।
मायादेवी ने बताया कि कोविड में दोनों अजमेर आ गए। यहां आने के बाद छोटी छोटी बातों पर झगड़ने लगी। फिर जून 2021 में दोनों दिल्ली चले गए। काजोल ऑनलाइन क्लासेज अटेंड करने लगी तो पता चला कि वह पढ़ाई कर रही है। पूछने पर वह झगड़े पर उतारू हो गई। फिर नाराज होकर दिल्ली से कोटा चली गई। माया देवी ने रिपोर्ट मे बताया कि 12 मार्च 22 को वह समझाकर काजोल को वापल लेकर आए। वह 19 मार्च को अपने जेवर के साथ उनके पुश्तैनी जेवरात, नकदी, एफडी दस्तावेज चोरी कर ले गई। राजीनामे के लिए मांगे एक करोड़ : पीड़िता ने बताया कि पुत्रवधू के पीहर पक्ष ने धमकाते 50 लाख की नकदी व मकान के मूल दस्तावेज काजोल के नाम करवाने की शर्त रखी। अन्यथा सेवानिवृत्ति पूर्व झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। उन्होंने डर के चलते पुश्तैनी जेवरात, दस्तावेज, नकदी की रिपोर्ट नहीं की। आरोपियों ने उनके खिलाफ कोटा शहर में झूठा प्रकरण दर्ज करा दिया। फिर राजीनामे के लिए एक करोड़ रुपए की मांग कर ब्लैकमेल कर रहे हैं।