इस मामले को लेकर ACB की तमाम यूनिट अलर्ट, संदिग्ध लोगों पर रखा जा रहा टेक्निकल सर्विलांस
ACB की तमाम यूनिट अलर्ट
जयपुर. राज्यसभा चुनाव में हॉर्स ट्रेडिंग की आशंका को देखते हुए राजस्थान सरकार के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने रविवार को एसीबी में परिवाद दर्ज करवाने के बाद एसीबी की तमाम यूनिट को अलर्ट किया गया है. एसीबी डीजी बीएल सोनी ने बताया कि परिवाद की गंभीरता को देखते हुए संदिग्ध लोगों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं. संदिग्ध लोगों पर टेक्निकल सर्विलांस बढ़ाया गया है और इसके साथ ही एसीबी की इंटेलिजेंस टीम को भी प्रकरण से संबंधित तमाम महत्वपूर्ण जानकारी जुटाने के निर्देश दिए गए हैं. सोनी और एडीजी दिनेश एमएन खुद इस पूरे प्रकरण की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.व्हाट्सएप कॉल भी की जा सकती है रिकॉर्ड: एसीबी सूत्रों की माने तो संदिग्ध लोग और विधायकों की फोन टैपिंग के लिए राजस्थान सरकार के होम सेक्रेटरी से परमिशन लेने के बाद व्हाट्सएप कॉल भी रिकॉर्ड की जा सकती (Whatsapp calls may be recorded in connection of horse trading) है. पहले व्हाट्सएप कॉल को रिकॉर्ड करना संभव नहीं था, लेकिन विशेष परिस्थितियों में एक सॉफ्टवेयर को खरीदने और उसके लाइसेंस-की को एंटर करने के बाद व्हाट्सएप कॉल को भी कुछ समय अवधि के लिए रिकॉर्ड किया जा सकता है. राजस्थान पुलिस के पास भी व्हाट्सएप कॉल को रिकॉर्ड करने वाला सॉफ्टवेयर मौजूद है, जिसे होम सेक्रेटरी की परमिशन देने के बाद इस्तेमाल किया जा सकता है.
विधायक कर रहे दूसरे माध्यमों से कॉल: पुलिस सूत्रों की मानें तो फोन टैपिंग की संभावना को देखते हुए अनेक विधायक और उनके निजी लोग अब एक दूसरे से बात करने के लिए फोन कॉल की बजाए व्हाट्सएप, फेसटाइम, सिग्नल और टेलीग्राम जैसी एप्लीकेशन का सहारा ले रहे हैं. इन एप्लीकेशन के जरिए इंटरनेट डाटा के माध्यम से कॉल की जाती है और इन कॉल को रिकॉर्ड कर पाना बेहद मुश्किल होता है.