अजमेर: मेडिकल कैशलेस योजना का दुरुपयोग कर सरकारी कर्मचारी के दवा बिल में 9 लाख की हेराफेरी का मामला आया सामने
मेडिकल कैशलेस योजना का दुरूपयोग कर सरकारी कर्मचारी के दवा बिल में हेराफेरी कर 9 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मेडिकल कैशलेस योजना का दुरूपयोग कर सरकारी कर्मचारी के दवा बिल में हेराफेरी कर 9 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। मामले में महिला कांस्टेबल के पति ने कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कोतवाली थाने के अनुसार करौली हॉल पीडब्ल्यूडी क्वार्टर लोहाखान निवासी पिंटूलाल मीणा ने बताया कि उनकी पत्नी सुमन मीणा बसिविल लाइन्स थाने में कांस्टेबल हैं। पूर्व में उनकी व बच्चे की तबीयत खराब थी। इसलिए 24 अगस्त को पुलिस लाइन डिस्पेंसरी में दिखाया लेकिन फायदा नहीं हुआ। आरजीएचएस कार्ड से रावत मेडिकल स्टोर से दवाई ली। उसने फॉर्मेलिटी लेकर बिल बाद में देने को कहा। उन्होंने बताया कि कि 30 अगस्त को उन्हें मैसेज मिला। जिसमें 4 पर्चियों के आईडी नंबर थे। पीड़ित का आरोप है कि आरोपी ने उन्हें झांसा देकर उनकी पत्नी के आरजीएचएस से करीब 9 लाख रुपए का बिल बना दिया है। जबकी न तो ऐसी दवा ली और न ही कोई इलाज किया। ऐसे में यह बात सामने आई है कि मेडिकल स्टोर मैनेजर द्वारा मेडिकल कैशलेस योजना का दुरूपयोग किया गया है। फिलहाल कोतवाली थाना पुलिस इसकी जांच में जुटी है।