जयपुर (आईएएनएस)| राजस्थान में भाजपा के नए अध्यक्ष की घोषणा के बाद संगठन में और बदलाव की उम्मीद है। सूत्रों के अनुसार राज्य में कमल खिलाने के लिए संगठन के भीतर विभिन्न स्तरों पर फेरबदल की संभावना है।
सी.पी. जोशी के रूप में नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति को कई बदलावों की शुरुआत के तौर पर देखा जा रहा है।
सूत्रों ने बताया कि संगठन के प्रदेश प्रभारी और महासचिव भी बदले जा सकते हैं। नई टीम बनेगी और बीजेपी इस टीम के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि संगठन में हर अध्यक्ष अपनी टीम बनाता है। सी.पी. जोशी के मुताबिक राज्य कार्यकारिणी से लेकर जिला स्तर तक कुछ बदलाव जरूर होंगे।
राज्य में आठ महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं और उसके तुरंत बाद लोकसभा चुनाव होंगे। ऐसे में संगठन स्तर पर नियुक्तियों का काम जल्द होने की उम्मीद है।
पार्टी हलकों में चर्चा है कि सी.पी. जोशी की पहली सबसे बड़ी चुनौती पार्टी के सभी धड़ों को साथ लेकर नेतृत्व तैयार करने की होगी। ऐसे में माना जा रहा है कि टीम में सीनियर और नई पीढ़ी का अच्छा मिश्रण रखा जाएगा और असंतुष्ट नेताओं से भी निपटा जाएगा।
नए प्रदेश अध्यक्ष के पास चुनावी तैयारियों को धरातल पर उतारने का काम भी होगा। बीजेपी इस बार माइक्रो बूथ मैनेजमेंट के मॉडल पर काम कर रही है। आने वाले दिनों में चुनाव समितियों का गठन किया जाना है। चुनाव समितियों में प्रचार समिति सबसे अहम है, इसमें शामिल चेहरों से राजनीतिक नैरेटिव तय होगा।
चुनाव समितियों में शामिल किए जाने वाले चेहरों पर केंद्रीय नेतृत्व फैसला करेगा, लेकिन इनमें शामिल चेहरे भविष्य के नेतृत्व को लेकर भी संकेत देंगे।
कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी में संगठन महासचिव और प्रदेश प्रभारी के स्तर पर भी बदलाव होगा। संगठन महासचिव के पद पर लंबे समय से बदलाव की बातें चल रही हैं।
यह पद भाजपा में एक महत्वपूर्ण भूमिका रखता है, क्योंकि आरएसएस के साथ समन्वय कार्य महासचिव की जिम्मेदारी है। वर्तमान संगठन महामंत्री चंद्रशेखर को राजस्थान भेजा गया, जबकि भाजपा सत्ता में थी। उनकी जिम्मेदारी बदलने का फैसला भी जल्द ही लिया जा सकता है। सूत्रों ने कहा कि दो ब्राह्मण चेहरे, (ब्राह्मण प्रदेश अध्यक्ष और ब्राह्मण संगठन महासचिव) एक साथ नहीं हो सकते।
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