करौली। करौली जिले में इस बार बाजरे की बंपर बुवाई हुई है, लेकिन कई जगहों पर बाजरे की फसल में फड़का कीट और सफेद लट का प्रकोप भी देखा गया है। जिसे देखते हुए कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक वीडी शर्मा ने किसानों के लिए एडवाइजरी जारी की है। जिसमें फड़का कीट के साथ सफेद लट के नियंत्रण के उपाय बताए गए हैं। सफेद लट भी बारिश के बाद फसल की जड़ खाने लगती है। इसे रोकने के लिए मोनोप्रोटोफॉस 36 डब्ल्यूएससी 1.5 प्रति लीटर या क्यूनॉलफॉस 25 ईसी 1 मिलीलीटर प्रति लीटर का बड़े वृक्षों पर छिड़काव करने से सफेद लट के प्रौढ़ कीट नष्ट हो जाते हैं। इसके अलावा शाम के समय पेड़ों के नीचे लाइट जलाकर उसके नीचे चौकोर बर्तन में कीटनाशक डाल दें, तो भी सफेद लट के प्रौढ़ कीट कीटनाशक घोल में गिरकर नष्ट हो जाएंगे। लट को नियंत्रण करने के लिए बुबाई से पहले या अंतिम जुताई के समय थायोमेथोक्जॉम 75 प्रतिशत घुलनशील कण 150 ग्राम सक्रिय तत्व 0.5 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़कर कर मिट्टी में मिलाना चाहिए। खड़ी फसल में लट के नियंत्रण के लिए 4 लीटर क्लोरोपायरीफास 20 ईसी प्रति हैक्टेयर डाल सकते हैं। सोमवती व हरियाली अमावस्या के अवसर पर सोमवार को शहर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से आए हजारों श्रद्धालुओं ने शहर के आराध्यदेव श्री राधा-मदनमोहन जी महाराज के दर्शन कर मनौतियां मांगी। सुबह मंगला आरती से लेकर रात शयन आरती तक भारी श्रद्धालुओं की भीड़ रही। वहीं मंगला आरती में गर्मी और भीड़ के चलते एक श्रद्धालु बेहोश हो गया। सूचना पर कलेक्टर अंकित कुमार सिंह एवं एसपी ममता गुप्ता मंदिर पहुंचे और मंदिर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। वहीं दूसरी और भारी भीड़ के कारण शहर भर में जगह-जगह जाम के हालात रहे। गर्मी में लोगों को जगह-जगह लोगों ने पेयजल पिलाया।