डूंगरपुर। रेंटा के जंगलों में महिला का संदिग्ध शव मिलने के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। रामसागडा थाना पुलिस ने आरोपी जेठ को गिरफ्तार किया है, जो उसे अहमदाबाद में पत्नी बनाकर रख रहा था। वह उसकी मौत के बाद शव को जंगल में फेंककर वापस भाग गया था। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। रामसागडा थानाधिकारी अमृतलाल मीणा में बताया की 8 सितंबर को रेंटा के जंगल में एक महिला की लाश मिली थी। महिला की पहचान पारी उर्फ पार्वती (35) पुत्री रामा रोत निवासी आमली फला खरवरखुनिया के रूप में की गई। उसकी शादी सैंगा पुत्र उदा कटारा निवासी रंगेलाके साथ हुई थी। पिता रामा रोत ने उसकी बेटी पारी उर्फ पार्वती की हत्या कर सबूत मिटाने शव को जंगल में फेंकने के आरोप लगाए थे।
थानाधिकारी अमृतलाल ने बताया की महिला पारी की संदिग्ध मौत का मामला सामने आने के बाद केस की गंभीरता से जांच शुरू की गई। इस दौरान पता लगा की पारी उर्फ पार्वती और उसके परिवार में जेठ रमण पुत्र तेजा कटारा निवासी रंगेला थाना चौरासी के बीच कई बार बातचीत हुई है। पुलिस ने रमण के मोबाइल नंबर को ट्रेस को उसे गुजरात के अहमदाबाद से पकड़ा। उसे पकड़ने के बाद रमण ने पुलिस को बताया की वह पारी उर्फ पार्वती को 5 सितंबर को भगा ले गया था। पारी को वह पत्नी बनाकर एक कमरे में रखा था, लेकिन अगले दिन पारी नीचे गिर गई, जिसे अस्पताल में भर्ती करवाया। लेकिन इलाज के दौरान पारी उर्फ पार्वती की मौत हो गई। मौत पर अहमदाबाद में कॉलोनी और मिलने वाले में उसकी मदद की। इस पर 3 हजार 500 रुपए में किराए की अर्टिका कार कर शव को रेंटा गांव तक लेकर आया। शव को नीचे उतारने के बाद गाड़ी वाले को वापस भेज दिया। वहीं, शव को घर ले जाने पर उसके माथे आने के डर से शव को जंगल में ही फेंक दिया। इसके बाद वह वापस अहमदाबाद चला गया ताकि किसी को भनक नहीं लगे। पुलिस ने मामले में आरोपी रमण (40) पुत्र तेजा कटारा निवासी रंगेला को गिरफ्तार कर लिया है।