बूंदी। बूंदी के डाबी कस्बे के धनेश्वर गांव में बुधवार शाम को एक व्यक्ति ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। इसकी जानकारी उस समय लगी जब बच्चे स्कूल से लौटे और पिता को फंदे पर लटका देखा। बच्चों की सूचना पर बुजुर्ग माता-पिता और अन्य लोग मौके पर पहुंचे। बाद में पुलिस ने शव को फंदे से उतार कर अस्पताल पहुंचाया। डाबी थाने से हेड कॉन्स्टेबल दामोदर प्रसाद ने बताया कि धनेश्वर निवासी हरिमोहन (40) पुत्र छोटू लाल ने घर के एक कमरे मे फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। मृतक लंबे समय से सिलोकोसिस बीमारी से पीड़ित था। घटना उस समय हुई जब घर पर मृतक की पत्नी ओर बच्चे नहीं थे। बुजुर्ग माता-पिता भी दूसरे कमरे थे। मृतक की पत्नी काम करने गई हुई थी और बच्चे स्कूल गए थे। इस दौरान हरिमोहन ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। दोपहर बाद जब बच्चे स्कूल से घर लौटे तो पिता को फंदे पर लटका देखा।
यह देखकर बच्चे चिल्लाते हुए दादा-दादी के पास गए और हालात बताए। बुजुर्ग माता-पिता ने बेटे को फंदे पर लटका देखा तो उनकी चीख निकल गई। घर पर चीख पुकार सुनकर पड़ोसी भी आ गए। बाद में आत्महत्या की सूचना पर डाबी थाने से हेड कॉन्स्टेबल दामोदर प्रसाद मौके पर पहुंचे और हरिमोहन को डाबी अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। परिवार वालों का कहना है कि हरिमोहन पिछले कई दिनों से सिलिकोसिस बीमारी से ग्रस्त था। इसके चलते वह अवसाद में रहने लगा था। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों के सुपुर्द की है।