राजस्थान की चार राज्यसभा सीट के लिये जोरदार घमासान, कांग्रेस-BJP ने इन उम्मीदवारों पर खेला दांव, नामांकन की आखिरी तारीख कल

राजस्थान की चार राज्यसभा सीट पर 10 जून को होने वाले चुनाव के लिये कांग्रेस और भाजपा ने उम्मीदवार घोषित कर दिये है.

Update: 2022-05-30 04:34 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राजस्थान की चार राज्यसभा सीट पर 10 जून को होने वाले चुनाव के लिये कांग्रेस और भाजपा ने उम्मीदवार घोषित कर दिये है (Rajasthan Rajya Sabha Election). कांग्रेस ने राजस्थान से रणदीप सिंह सुरजेवाला, मुकुल वासनिक ओर प्रमोद तिवारी को उम्मीदवार घोषित किया है (Congress Rajya sabha candidates). तीनों नेता राजस्थान के नहीं हैं. वहीं भाजपा ने राजस्थान से भाजपा के छह बार विधायक रहे घनश्याम तिवारी को पार्टी का उम्मीदवार बनाया है (BJP Rajya Sabha Candidate List). राजस्थान में राज्यसभा चुनाव के लिये नामांकन प्रक्रिया 24 मई से शुरू हो चुकी है. 31 मई को नामांकन की आखिरी तारीख है.

उल्लेखनीय है कि भाजपा के चारों राज्यसभा सदस्यों ओम माथुर, के. जे. अल्फोंस, रामकुमार वर्मा व हर्षवर्धन सिंह का कार्यकाल चार जुलाई को समाप्त हो रहा है. कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने राजस्थान से राज्यसभा चुनावों में घोषित तीनों उम्मीदवार सुरजेवाला, वासनिक और तिवारी को बधाई और शुभकामनाएं दी है. वहीं, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने भाजपा के उम्मीदवार घनश्याम तिवारी को राज्यसभा के लिये अवसर देने पर केन्द्रीय नेतृत्व का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी है. उन्होंने जयपुर में मीडिया से बातचीत में कहा घनश्याम तिवारी भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में हैं, जिन्होंने आपातकाल में जेल का संघर्ष देखा और विद्यार्थीकाल से विचारों के लिये समर्पित रहे.
तिवारी का राज्यसभा में जाना प्रदेश BJP को मजबूती देगा: पूनिया
उन्होंने कहा कि वह ऐसे वरिष्ठ राजनेता को राज्यसभा के लिये अवसर देने के लिए केन्द्रीय नेतृत्व का आभार व्यक्त करते हैं. पूनियां ने कहा कि तिवारी का राज्यसभा में जाना यहां की प्रदेश भाजपा इकाई को विशेष तरीके से मजबूती देगा. पूर्व शिक्षा मंत्री और भाजपा से छह बार विधायक रहे तिवारी ने 2017 में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से मतभेद के चलते जून 2018 में भाजपा से त्याग पत्र दे दिया था.
तिवारी ने पार्टी से मतभेद के चलते दे दिया था त्याग पत्र
उन्होंने खुले तौर पर राजे की आलोचना की थी, उन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए पार्टी आलाकमान से उनके खिलाफ शिकायतें की थीं. उन्होंने आरोप लगाया था कि पार्टी में उनकी बात नहीं सुनी गई. उन्होंने पार्टी के राज्य और केन्द्रीय नेतृत्व के साथ बढते मतभेद के चलते पार्टी से त्याग पत्र दे दिया था. वह पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ मुखर थे और उन्हें अनुशासनहीनता का नोटिस दिया गया था. तिवारी ने भारत वाहिनी पार्टी बनाकर जयपुर के सांगानेर विधानसभा क्षेत्र से दिसंबर 2018 में विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन उनकी जमानत जब्त हो गई थी.
कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने के बाद फिर हुए थे BJP में शामिल
उन्होंने 26 मार्च 2019 को तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की उपस्थिति में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी. लेकिन 2020 में केन्द्रीय नेतृत्व से बातचीत के बाद तिवारी फिर से भाजपा में शामिल हो गये. उल्लेखनीय है कि 200 सीट वाली राजस्थान विधानसभा में इस समय कांग्रेस के 108, भाजपा के 71, निर्दलीय 13, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीन, माकपा व भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के दो-दो विधायक हैं. राज्य से राज्यसभा की कुल 10 सीट हैं.
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