50 फीसदी पद पड़े हैं खाली, राजस्थान में संस्कृत शिक्षा का हाल बेहाल
करीब 35 फीसदी से ज्यादा पद यहां पर भी खाली पड़े हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क : प्रदेश के बेरोजगारों ने संस्कृत शिक्षा में करीब 2 हजार पदों पर भर्ती निकालने की मांग तेज कर दी है. गौरतलब है कि प्राथमिक स्तर पर संस्कृत शिक्षा में अंतिम बार भर्ती साल 2017 में निकाली गई थी, उसके बाद से करीब 5 सालों का समय बीत जाने के बाद भी संस्कृत शिक्षा में भर्ती का इंतजार किया जा रहा है. संस्कृत शिक्षा विभाग में वरिष्ठ अध्यापक संस्कृत, गणित, विज्ञान, सामाजिक ज्ञान, हिंदी और अंग्रेजी के कुल 3 हजार 97 स्वीकृत पदों में से 1520 पद खाली पड़े हैं. इसका मतलब है की इन विभिन्न विषयों में शिक्षकों के करीब 50 फीसदी खाली पद पड़े हैं तो वहीं तृतीय श्रेणी संस्कृत और सामान्य शिक्षक के 6 हजार 584 स्वीकृत पदों में से 2 हजार 266 पद खाली पड़े हैं. मतलब करीब 35 फीसदी से ज्यादा पद यहां पर भी खाली पड़े हैं.