खेलते समय टैंक में गिरे 13 साल के बच्चे को बचाने के प्रयास में जान गंवाने वाले चार लोगों के लिए मुआवजे की मांग को लेकर ग्रामीणों ने शव नहीं उठाया। ग्रामीण व गुर्जर समाज के लोग अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलिस और प्रशासन द्वारा प्रयास किए गए लेकिन वे मुआवजे की अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। मामला नसीराबाद के पास लावेरा गांव का है।
देवसेना जिलाध्यक्ष सवरलाल गुर्जर ने आरोप लगाया है कि चारों की मौत गैस प्लांट की वजह से हुई है। उन्होंने कहा- कुएं से टंकी में पानी भरते समय बालक सुरेंद्र गिर गया। उसे बचाने के लिए लोग टैंक में चढ़ गए। पास में ही गैस प्लांट है। जहरीली गैस से उसकी मौत हो गई। शव बरामद नहीं हुआ है। जब तक मुआवजा नहीं दिया जाता तब तक शव को नहीं हटाया जाएगा।
ये मामला है
लावेरा गांव निवासी 13 वर्षीय सुरेंद्र गुर्जर रविवार दोपहर 3 बजे अपने चाचा शिवराज (21) और महेंद्र (24) के साथ खेत में था। खेलते-खेलते वह खेत में बने टैंक में गिर गया। बच्चे की आवाज सुनकर शिवराज टंकी में कूद गया। शिवराज के नहीं निकलने पर महेंद्र भी टंकी में उतर गया। दोनों की तरफ से कोई हरकत नहीं हुई तो वहां मौजूद शैतान (32) और देवकरण (35) भी टैंक में जा घुसे। इस दौरान चारों की मौत हो गई। मासूम सुरेंद्र के साथ उसे बचाने पहुंचे शेरू और रतनलाल का अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में इलाज चल रहा है।
यह एक पारिवारिक स्थिति है
मासूम सुरेंद्र के पिता सत्यनारायण की तीन साल पहले एक दुर्घटना में मौत हो गई थी। वहीं, इस हादसे में दो चाचाओं की भी मौत हो गई। परिवार में अब तीन छोटी बहनें, मां और दादा-दादी रह गए हैं।
Source: aapkarajasthan.com