प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ में 12वीं कक्षा में कॉमर्स, आर्ट्स और साइंस वर्ग में 11,734 स्टूडेंट्स पास हुए है। इसमें से 3529 प्रथम श्रेणी से पास हुए है। जबकि जिले के सरकारी कॉलेज में महज 2020 स्टूडेंट की सीट है। जिले में 6 सरकारी कॉलेज है। इन कॉलेजों में भी संसाधन और स्टाफ की कमी है। सरकार ने जिले में पिछले 4 साल में तीन नए कॉलेज खोले है जिसके बाद जिले में सरकारी कॉलेजों की संख्या 6 हो गई है। छह कॉलेज में से तीन के पास ना तो खुद का भवन है और ना ही स्टाफ का पद स्थापन हुआ है। कई कॉलेज में महज प्रवेश प्रक्रिया के लिए प्रतिनियुक्ति पर प्रभारी लगाए हैं।
जिले के लोगों का कहना है कि सरकारी कॉलेज में सीट कम होने के कारण जिले के हजारों गरीब विद्यार्थी का जिन्होंने परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन जिनका नंबर कटऑफ में नहीं आ रहा। उनका सरकारी कॉलेज में पढ़ने का सपना पूरा नहीं हो पाएगा। प्रवेश नहीं मिलने पर उनके सामने दो ही विकल्प हैं या तो वह निजी कॉलेज में प्रवेश ले सकते है या स्वयंपाठी छात्र के तौर पर उच्च शिक्षा पाना मजबूरी बन जाता है प्रतापगढ़ कॉलेज के प्राचार्य बनवारी लाल ने कहा कि जिले के तीन कॉलेज के पास भवन है। पहला छोटी सादड़ी, दूसरा धरियावद, तीसरा प्रतापगढ़। भाचुंडला कॉलेज, कन्या कॉलेज प्रतापगढ़, पीपलखूंट कॉलेज के भवन का काम चल रहा है। जिनका निर्माण जल्द पूरा हो जाएगा। कुछ कॉलेजों में स्टाफ की कमी है। जिसे सरकार जल्द विद्या संबल से पूरा करने का प्रयास कर रही है।