ड्रग्स की लत में बेचा- ट्रैक्टर, बिस्तर, बाइक, बर्तन… अंत में जान भी गई
अंत में जान भी गई
पंजाब: की भगवंत मान सरकार एक तरफ प्रदेश के नशा मुक्त बनाने का अभियान चला रही है लेकिन दूसरी तरफ ज़मीनी हालत कुछ और ही दिख रही है. ताजा मामला पंजाब के मोगा जिले में देखने को मिला है. यहां नशे की आदत ने एक शख्स की जान ले ली. पुलिस के मुताबिक मेडिकल कॉलेज से मिली सूचना में कहा गया है कि मनप्रीत की मौत नशीली दवाओं के ओवरडोज से हुई है. वह काफी समय से ड्रग्स ले रहा था. उसकी आदत नहीं छूट रही थी.
जानकारी के मुताबिक मृतक मनप्रीत दो भाई था. चौंकाने वाली बात ये कि दोनों ही नशे की लत के शिकार हो चुके थे. मनप्रीत तीन साल छोटा था. उसके बड़े भाई गुरप्रीत की मौत भी नशे की लत के चलते ही हुई थी. मनप्रीत अपने पीछे सात साल का बेटा, पत्नी, वृद्ध माता-पिता साथ ही बड़े भाई के परिवार को भी छोड़ गया है. यानी वह घर में अकेला कमाने और सबकी रोजी-रोटी का जरिया था.
ड्रग्स की लत में सबकुछ बेच दिया
मनप्रीत के परिजनों का कहना है कि वह पिछले 6-7 साल से नशे का आदी था. 25 अगस्त को उसने फिर हेरोइन ली थी, जिसके बाद वह बीमार रहने लगा. हम उसे अस्पताल ले गए लेकिन बचाया नहीं जा सका.
मनप्रीत की मां का कहना है उसे नशे की ऐसी लत लग गई थी कि एक साल में अपने घर का हर कीमती सामान बेच दिया. पिछले एक साल में मनप्रीत ने ट्रैक्टर, बिस्तर, बाइक, गेहूं की बोरियां, बर्तन सब कुछ बेच दिया. ड्रग्स खरीदने के लिए उसने कुछ भी नहीं छोड़ा.
मनप्रीत की मौत के बाद उसके माता-पिता के ऊपर दुखों का पहाड़ टूट गया है. मनप्रीत के पिता जोरा सिंह (70) और मां गुरमेल कौर (65) का कहना है कि उन्होंने अपने दोनों बेटों को ही नहीं खोया बल्कि इस हेरोइन के ओवरडोज़ ने उसके भतीजे की भी जान ले ली. दोनों पिछले कई साल से अपने घर में ड्रग्स के चलते होने वाली मौतों पर मातम मना रहे हैं.