चंडीगढ़। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर पंजाब की सात महिलाएं और एक लड़का शुक्रवार को अपने परिवार के पास वापस लौटा। इसके साथ ही पंजाब से आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद विक्रम साहनी द्वारा चलाए जा रहे मिशन होप के तहत दो सप्ताह में ओमान से निकाली गई महिलाओं की कुल संख्या बढ़कर 24 हो गई।
साहनी ने कहा कि पिछले महीने लॉन्च मिशन होप बड़ी सफलता प्राप्त कर रहा है। वह ओमान में फंसी हर पंजाबी लड़की को लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा, हमारी टीम युद्ध स्तर पर काम कर रही है और जल्द से जल्द बचाव अभियान में तेजी लाने के लिए सभी हितधारकों के साथ संपर्क करने के लिए दो बार ओमान का दौरा कर चुकी है। साहनी ने कहा कि उन्होंने ओमान में एक प्रतिष्ठित इमिग्रेशन लॉ फर्म को काम पर रखा है, जो इन लड़कियों को वापस स्वदेश भेजने की प्रक्रिया तेज करने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रहा है।
उन्होंने कहा, हमारे वकील इन महिलाओं के प्रायोजकों और एजेंटों से जुड़ रहे हैं और इन लड़कियों को स्वदेश वापस जाने के लिए सभी आवश्यक दस्तावेज प्राप्त करने के लिए शुल्क का भुगतान कर रहे हैं। साहनी ने बताया कि शनिवार को आई महिलाएं जालंधर, शाहकोट, फिल्लौर, जगराओं, पट्टी, तरनतारन, नकोदर और बठिंडा की रहने वाली हैं।वे बेईमान एजेंटों और तथाकथित मैनपावर कंसल्टेंट के रोजगार के झूठे लालच में फंसे हुए थे।
जालंधर का एक लड़के को, जो मस्कट के एक स्थानीय गुरुद्वारे में सेवादार के रूप में काम कर रहा था, ओवरस्टे पेनल्टी देकर बचा लिया गया। पंजाबी संगठन के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष साहनी उन जुमार्ने का सारा खर्च वहन कर रहे हैं, जो प्रायोजक इन महिलाओं के अनुचित अनुबंधों तथा उनके हवाई टिकट आदि को रद्द करने के लिए मांग कर रहे हैं। साहनी मस्कट में एक आश्रय गृह में एक सामुदायिक रसोई भी चलाते हैं जहां भारत के विभिन्न हिस्सों से महिलाएं मस्कट में शरण मांग रही हैं।साहनी ने कहा कि बचाई गई सभी सात महिलाएं अपने नजदीकी पुलिस स्टेशनों में जाएंगी और अपने संबंधित एजेंटों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करेंगी जिन्होंने उन्हें धोखा दिया और झूठे वादे करके ओमान भेज दिया।(आईएएनएस)