Punjab : इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना, जहां एक युवक का शव करीब 21 घंटे तक हाईवे पर पड़ा रहा, लेकिन किसी ने प्रशासन को इसकी सूचना देना उचित नहीं समझा। दरअसल, बटाला निवासी 26 वर्षीय संचित गुरुवार दोपहर करीब ढाई बजे अपनी पल्सर मोटरसाइकिल पर हरियाणा के यमुना नगर से पंजाब के बटाला स्थित अपने घर लौट रहा था। उसने शाम 6 बजे अपनी मां से बात की कि वह लुधियाना पहुंच गया है, जिसके बाद परिजनों ने रात करीब 8 बजे संचित को फोन किया लेकिन उसने फोन नहीं उठाया।
रात 9.15 बजे उसका फोन स्विच ऑफ बताने लगा। इसके बाद परिजनों ने बटाला पुलिस की मदद से संचित के फोन की लोकेशन ट्रेस की तो वह गोराया के कृष्णा नगर दिखा रहा था, जिसके बाद शुक्रवार सुबह संचित के पिता व अन्य परिजन बटाला से गोराया पहुंचे और उसकी तलाश शुरू की।शुक्रवार शाम करीब 4 बजे लिफाफा उठाने वाले व्यक्ति ने गोराया की कृष्णा कालोनी के सामने हाईवे पर घास में एक युवक को पड़ा देखा। उसका मोटरसाइकिल भी वहीं खड़ा था, जिसने चिल्लाकर पास की फैक्टरी वालों को सूचना दी जिन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी जहां उन्होंने देखा कि शव संचित का था।
जिसके बाद उसके पारिवारिक सदस्य भी मौके पर आ गए और उसकी पहचान की। लेकिन हैरान करने वाली बात जो सामने आई है वह यह है कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी की पेट्रोलिंग टीम या रोड सेफ्टी फोर्स की पेट्रोलिंग टीम कहां थी, उन्हें संचित या उसका मोटरसाइकिल हाईवे पर खड़ा क्यों नहीं दिखाई दिया। सूचना देने के बाद गोराया पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल फिल्लौर भेज दिया और जांच शुरू कर दी है |