Punjab,पंजाब: राज्य सरकार द्वारा अपनी मांगें पूरी न किए जाने के विरोध में पांच कंप्यूटर शिक्षक 22 दिसंबर से आमरण अनशन शुरू करेंगे। कंप्यूटर शिक्षक संघर्ष समिति के बैनर तले विरोध प्रदर्शन कर रहे शिक्षक पिछले 90 दिनों से संगरूर के डिप्टी कमिश्नर कार्यालय Deputy Commissioner's Office के बाहर भूख हड़ताल पर बैठे हैं। समिति के सदस्यों ने घोषणा की कि 22 दिसंबर से शुरू होने वाले पहले चरण में पांच शिक्षक आमरण अनशन पर बैठेंगे।
उन्होंने कहा कि वे पिछले 19 वर्षों से विरोध कर रहे हैं और अब अपने अधिकारों को हासिल करने के लिए अपनी जान भी जोखिम में डालने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनावों से पहले मुख्यमंत्री भगवंत मान, वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा और शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने उनकी सेवाओं को नियमित करने और छठे वेतन आयोग के तहत लाभ देने का वादा किया था। हालांकि, सत्ता में आने के बाद ये नेता पीछे हट गए।