मोगी: कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष बलजिंदर सिंह उर्फ बल्ली हत्याकांड में पुलिस ने सभी चारों नामजदों को गिरफ्तार कर लिया है। जिनमें जिम कोच व पंचायत सचिव भी शामिल हैं। चारों का मथुरादास सिविल अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराया गया और फिर अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने पुलिस को पांच दिनों की रिमांड दी है।
इस बीच सूत्रों से पता चला है कि पुलिस ने दोनों शूटरों की भी पहचान कर ली है। शूटर को गैंगस्टर अर्श डाला के साथ संबंध था या नहीं, इसका खुलासा पुलिस वीरवार को कर सकती है। पुलिस फिलहाल पूरी तरह से ये नहीं कह पा रही है कि बल्ली हत्याकांड में अर्श डाला का हाथ नहीं था।
इनके खिलाफ दर्ज किया था पुलिस ने केस
पुलिस ने मृत कांग्रेस नेता व गांव के नंबरदार बल्ली की पत्नी कर्मजीत कौर के बयानों के आधार पर सुखबीर सिंह उर्फ सीरा पुत्र गुरतेग सिंह, हरदीप सिंह उर्फ दीपू पुत्र जसपाल सिंह, पंचायत सचिव जगजीत सिंह उर्फ जग्गा पुत्र गुरनेक सिंह निवासी डाला व जिम कोच गुरचरण सिंह सिद्धू निवासी तखानबद्ध के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया था।
सुपारी देकर हत्या कराने का आरोप
आरोप है कि इन लोगों ने सुपारी देकर बल्ली की हत्या कराई है। पुलिस ने प्रारंभिक जांच के बाद आरोप सही पाते हुए चारों को गिरफ्तार कर लिया था। चारों आरोपितों को बुधवार की सुबह पुलिस पहले मथुरादास सिविल अस्पताल में लेकर पहुंची, जहां उनका मेडिकल परीक्षण कराया गया। इसके बाद अदालत से पांच दिनों की रिमांड पर लिया।
शूटरों की पहचान की गई
इस बीच पुलिस सूत्रों से पता चला है कि पुलिस ने दोनों शूटरों की पहचान कर ली है। उन्हें हिरासत में लिए जाने की बात भी सामने आ रही है। लेकिन कोई भी पुलिस अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर पा रहा है। लेकिन ये तय माना जा रहा है कि पुलिस वीरवार तक पूरे मामले का खुलासा कर सकती है।
दिन प्रतिदिन बिगड़ रही है प्रदेश की कानून व्यवस्था- राजा वड़िंग
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजा वड़िंग बुधवार को मृत कांग्रेस नेता बलजिंदर सिंह बल्ली के घर पहुंचे। उन्होंने परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा कि पंजाब में कानून व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ती जा रही है। लोग घरों में भी सुरक्षित नहीं हैं। राजनीतिक लोगों के पास हर रोज सैकड़ों लोग मिलने आते हैं, कानून व्यवस्था का हाल यही रहा तो कोई भी सुरक्षा नहीं है।
उन्होंने बल्ली के पूरे परिवार को भरोसा दिया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी बल्ली के परिवार के साथ पूरी तरह खड़ी रहेगी। उन्होंने हैरानी जताई है कि वारदात के 48 घंटे के बाद भी पीड़ित परिवार को सुरक्षा नहीं दी गई। मुख्यमंत्री भगवंत मान अपराधियों पर अंकुश लगा पाने में पूरी तरह से विफल रहे हैं।