लुधियाना के पास बनेगी अत्यधिक सुरक्षित डिजिटल जेल, 100 करोड़ आएगी लागत

Update: 2023-06-09 14:03 GMT

लड्डा कोठी (संगरूर)। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने खतरनाक अपराधियों से जुड़े मामलों की सुनवाई जेल परिसर में ही करने के लिए 50 एकड़ क्षेत्र में अत्यधिक सुरक्षित डिजिटल जेल बनाने की घोषणा की है।

यहां नव नियुक्त जेल वार्डरों को नियुक्ति पत्र सौंपने के बाद मुख्यमंत्री ने कहाकि लुधियाना के नजदीक 50 एकड़ जमीन में बनने वाली उच्च सुरक्षायुक्त जेल के लिए 100 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं। यहां खतरनाक अपराधियों की अदालती सुनवाई की जाएगी। ऐसे खतरनाक अपराधियों की विशेष सुनवाई के लिए जेल में ही जजों के अलग कैबिन बनाए जाएंगे, ताकि उन्हें जेल से बाहर न ले जाना पड़े। जेल विभाग जल्द ही मोहाली में अपना अत्याधुनिक दफ्तर बनाएगा, जिसके लिए जमीन की पहचान कर ली गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस फोर्स को वैज्ञानिक आधार पर आधुनिक बनाने के हर संभव प्रयास किए जा रहे है। राज्य में साइबर अपराध से निपटने के लिए पंजाब पुलिस को अधिक कौशल बनाने के लिए बड़े प्रयास शुरू किए गए हैं। कई नए सुधार लागू किए जा रहे है। जेलों में मोबाइल फोन के इस्तेमाल को रोकने के लिए जेलों में हाईटेक जैमर और अन्य उपकरण लगाए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि सीमा पार से ड्रोन द्वारा घुसपैठ को रोकने के लिए पंजाब पुलिस में एंटी-ड्रोन तकनीक शुरू की जा रही है। यह बहुत गर्व और संतोष की बात है कि पंजाब पुलिस देश की सबसे अच्छी फोर्स है। राज्य के थानों को आधुनिक बनाने के लिए भारी मात्रा में संसाधन जुटाकर बड़े पैमाने पर प्रयास किए जा रहे है।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पंजाब जल्द ही राज्य में पुलिस के आधुनिकीकरण के लिए बहुराष्ट्रीय कंपनी गूगल के साथ हाथ मिलाएगा। इस संबंध में एक व्यापक खाका तैयार किया है। जल्द ही एक औपचारिक समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। यह कदम राज्य में किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पंजाब पुलिस की कार्य-कुश्लता और क्षमता बढ़ाने में मदद करेगा।

मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त जवानों को बधाई देते हुए आशा व्यक्त की कि वे अपनी डियूटी पूरी लगन और समर्पण से करेंगे। कठिन समय में भी पुलिस कर्मी दृढ़ संकल्प से अपनी ड्यूटी निभाते हैं ताकि राज्य में अमन-चैन बना रहे। इस फर्ज को पैसे से नहीं तौला जा सकता क्योंकि यह देश और इसके लोगों के लिए सबसे महत्वपूर्ण सेवाओं में से एक है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त वार्डरों को प्रशिक्षण के दौरान अच्छे प्रदर्शन के लिए सम्मानित भी किया। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने परेड कमांडर हरप्रीत सिंह के नेतृत्व में भव्य मार्च पास्ट की सलामी ली। इस अवसर पर डायरेक्टर जनरल आफ पुलिस गौरव यादव, एडीजीपी (जेल) अरूणपाल सिंह, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रमुख सचिव हिमांशु जैन और अन्य उपस्थित थे।

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