संगरूर लोकसभा उपचुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने जारी किया शैड्यूल, 10 दिन में करना होगा सियासी पार्टियों को उम्मीदवारों के नाम का फैसला
मुख्यमंत्री भगवंत मान के त्यागपत्र से खाली हुई संगरूर लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए चुनाव आयोग द्वारा बुधवार को शैड्यूल जारी कर दिया गया जिसके बाद पंजाब में सियासी हलचल तेज हो गई है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मुख्यमंत्री भगवंत मान के त्यागपत्र से खाली हुई संगरूर लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए चुनाव आयोग द्वारा बुधवार को शैड्यूल जारी कर दिया गया जिसके बाद पंजाब में सियासी हलचल तेज हो गई है। इस मामले का सबसे अहम पहलू यह है कि 23 जून को होने वाले उपचुनाव को लेकर तैयारियां करने के लिए सियासी पार्टियों को एक महीने से भी कम समय मिला है। यहां तक कि 6 जून तक नामांकन दाखिल करने की डैडलाइन होने से सियासी पार्टियों को 10 दिन में उम्मीदवारों के नाम का फैसला करना होगा क्योंकि अब तक सिमरनजीत मान के सिवाय किसी अन्य पार्टी ने उम्मीदवारों को लेकर पत्ते नहीं खोले हैं। इस कारण उपचुनाव लडऩे वाले उम्मीदवारों को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है।
इन नामों को लेकर चर्चा
-आम आदमी पार्टी : भगवंत मान की बहन या अमन अरोड़ा
-भाजपा : अरविंद खन्ना या सुनील जाखड़
-कांग्रेस : दलबीर गोल्डी, विजयइंद्र सिंगला या राजेंद्र कौर भट्ठल
-शिरोमणि अकाली दल : राजोआना की बहन या गोबिंद सिंह लौंगोवाल
किसानों की पार्टी को लेकर सस्पैंस बरकरार
किसानों द्वारा विधानसभा चुनाव में अलग पार्टी बनाकर उम्मीदवारों को मैदान में उतारा गया था परंतु किसी को भी जीत हासिल नहीं हुई जिसके बाद किसान नेताओं द्वारा अपनी मांगों को लेकर तो आवाज बुलंद की जा रही है परंतु सियासी भविष्य के बारे में कोई भी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। इसी कारण संगरूर लोकसभा उपचुनाव में किसानों की पार्टी अपना उम्मीदवार खड़ा करती है या किसी को समर्थन देगी, इसे लेकर सस्पैंस बरकरार है।