फरीदकोट में गहराया पेयजल संकट, विभाग के पास भी नहीं कोई प्रबंध

पेयजल सप्लाई करने वाले जलसोत्रों के अस्थाई रूप से बंद

Update: 2022-05-18 12:30 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क : फरीदकोट वासियों को पेयजल किल्लत से जूझना पड़ रहा है। शहर के पेयजल सोत्र अस्थाई रूप से बंद हो गए हैं। वाटर सप्लाई विभाग के पास जो संसाधन उपलब्ध हैं उससे वह शहर की रोजाना की जरूरत का पानी सप्लाई कर पाने में असर्मथ है। विभाग के पास फौरी तौर पर ऐसा कोई प्रबंध भी नहीं है, जिससे कि वह शहरवासियों की प्यास बुझा सके।शहर वासियों व वाटर सप्लाई के समक्ष यह विकट स्थित शहर को पेयजल सप्लाई करने वाले जलसोत्रों के अस्थाई रूप से बंद होने के कारण हुई। शहरवासियों की जरूरत का 90 फीसदी से ज्यादा पानी सरहिद फीडर से प्राप्त होता है, जबकि दस फीसद में राजा माइनर व ट्यूबवेलें हैं। सरहिद फीडर में दरार पड़ने के कारण दस दिनों से वह पहले ही बंद पड़ी है, जबकि राजा माइनर भी बुधवार से एक माह के लिए बंद हो गई। ऐसी विकट समस्या को देखते हुए विभाग समक्ष ही नहीं पा रहा है कि वह शहरवासियों की जरूरत कैसे पूरी करे।

मरमम्त के बाद जब सरहिद फीडर में पानी की सप्लाई शुरू होगी तो वाटर सप्लाई विभाग क्या वह पानी बिना ट्रीट किए लोगों को देगा या नहीं, यदि देगा तो सतलुज के पानी में उपस्थित हैवी मेटल खासकर नाइट्रेट को वह कैसे अलग करेगा, यह देखने वाली बात है।शहर में सबसे ज्यादा बड़ी समस्या शहर के बाहरी हिस्सों में दिखाई दे रही है, जहां पर पिछले दस दिनों से ज्यादा समय से पानी की सप्लाई बाधित है। मेन हिस्से में टियूवेलों के माध्यम से दो दिन के अंतराल पर पानी की सप्लाई की जा रही है, ऐसे में पानी के लिए हाहाकार उत्पन्न होने की स्थित बन रही है, इसका बड़ा कारण फरीदकोट शहर का जमीनी पानी नमकीन होने के साथ हैवीमेटलयुक्त है, जिसका खुलासा भाभा एटमिक रिसर्च सेंटर मुंबई द्वारा पहले ही किया जा चुका है।
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