Jalandhar,जालंधर: होशियारपुर सेंट्रल जेल Hoshiarpur Central Jail में बंद 38 वर्षीय सीआरपीएफ जवान की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई। जानकारी के अनुसार मृतक जवान अमरजीत सिंह गांव चकोवाल शेखां का रहने वाला था और वह सीआरपीएफ में तैनात था तथा हत्या की साजिश में शामिल होने के आरोप में जेल में बंद था। घटना की जानकारी मिलते ही मृतक के परिजनों व बहुजन समाज पार्टी ने सिविल अस्पताल के सामने धरना लगा दिया तथा पुलिस व जेल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इस अवसर पर जानकारी देते हुए मृतक की पत्नी पूजा रानी ने बताया कि उसका पति सीआरपीएफ में तैनात था। उसने बताया कि 2020 में गांव में झगड़ा हुआ था, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। इस दौरान उसका पति भी छुट्टी पर गांव आया हुआ था।
उसने बताया कि उसके पति को इस झगड़े के मामले में झूठा फंसाया गया था तथा वह पिछले 2 महीने से होशियारपुर सेंट्रल जेल में बंद था। उसने बताया कि उसका पति पिछले कुछ समय से बीमार था। जिसके चलते अदालत ने जेल प्रशासन को उसे अस्पताल में दाखिल करवाने के आदेश भी जारी किए थे, लेकिन जेल प्रशासन ने ऐसा नहीं किया, जिसके चलते आज अमरजीत की मौत हो गई। मृतक के परिजनों का आरोप है कि जेल प्रशासन की लापरवाही के कारण अमरजीत की मौत हुई है। इस मौके पर मौजूद बसपा जिला अध्यक्ष महेंद्र सिंह संधर व अन्य बसपा नेता सुखदेव सिंह, दिनेश कुमार पप्पू, डॉ. अजय मल्ल, जगमोहन सिंह ने कहा कि वे पीड़ित परिवार के समर्थन में खड़े हैं। डीएसपी सिटी देवदत्त शर्मा ने कहा कि पुलिस मामले की जांच करेगी और अगर जेल प्रशासन की लापरवाही पाई गई तो उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। कई घंटों के प्रदर्शन के बाद अतिरिक्त उपायुक्त राहुल चाबा मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि घटना की मजिस्ट्रेट जांच करवाई जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी, जिसके बाद प्रदर्शन समाप्त किया गया।