लुधियाना | आम आदमी पार्टी पिछले 9 महीनों से कच्चे कर्मचारियों को रेगुलर करने के लिए प्रचार कर रही है, लेकिन जो सच्चाई सामने आई है वह यह है कि सरकार कच्चे कर्मचारियों के साथ धोखा कर रही है। पंजाब सरकार स्केल, सी. एसआर और पेंशन लाभ दिए बिना रेगुलर करने का प्रचार कर रही है, जो पूरी तरह से गलत है।
यह जानकारी देते हुए सर्व शिक्षा अभियान दफ्तरी कर्मचारी यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह, प्रवीण शर्मा, राजिंदर सिंह, जगमोहन सिंह, हरप्रीत सिंह, चमकोर सिंह, सरबजीत सिंह, दविंदरजीत सिंह ने कहा कि अकाली दल और कांग्रेस सरकार ने कच्चे कर्मचारियों की जवानी बर्बाद कर दी और अब आम आदमी पार्टी की सरकार कच्चे कर्मचारियों के भविष्य को खत्म करने की तैयारी कर रही है। नेताओं ने कहा कि दफ्तरी कर्मचारियों का लगभग 5000 रुपये मासिक वेतन काटा जा रहा है जो मंत्रियों द्वारा बार-बार किए गए वादों के बावजूद पूरा नहीं किया गया है। इसके अलावा सरकार द्वारा स्वीकृत 3% वार्षिक प्रमोशन की फाइल भी क्लीयर नहीं हो रही है। इसके साथ ही वर्ष 2019 से मिड-डे-मील द्र्फ्त के कर्मचारियों की वेतन वृद्धि भी रोक दी गयी है।
नेताओं ने कहा कि जब 7 अक्टूबर 2022 को पॉलिसी जारी हुई थी तो कर्मचारियों के मन में कुछ आशंकाएं थीं, जिसे लेकर शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने पंजाब भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ कहा था कि रेगुलर कर्मचारियों की तरह इन कच्चे कर्मचारियों को भी रेगुलर वेतन मिलेगा। पे-स्केल, भत्ते, सीएसआर नियम और पेंशन लाभ दिए जाएंगे लेकिन 9 महीने बाद जो सच्चाई सामने आई है वह हर कच्चे कर्मचारी के होश उड़ा देने वाली है। यूनियन नेताओं ने कहा कि पे स्केल के बिना कर्मचारी कैसे रेगुलर होंगे? उन्होंने कहा कि सरकार इतना प्रचार कर रही है कि बेचारे कर्मचारियों को पता ही नहीं चल रहा है कि उन्होंने कितना बड़ा तोहफा दिया है।