अकाली नेता मजीठिया का जुबानी हमला बोले- 'भाजपा सरकार सज्जन कुमार को सजा...'
अमृतसर। वरिष्ठ अकाली नेता बिक्रम मजीठिया ने दिल्ली दंगों के आरोपित सज्जन कुमार को दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में घटित घटना में राउज एवेन्यू अदालत द्वारा बरी करने के फैसले को अफसोसजनक व दुखदायी बताया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार को दोषी ठहराते हुए कहा कि इससे साबित हो गया है कि केंद्र की भाजपा सरकार दिल्ली दंगों के आरोपित को सजा दिलाने के लिए संजीदा नहीं है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ढीलमुल पैरवी का ही नतीजा है कि सज्जन कुमार (Sajjan Kumar) बरी हो गया है। सरकार को देश के बेहतरीन सरकारी वकील पीड़ितों के केस की पैरवी के लिए मुहैया करवाने चाहिए थे। उन्होंने कहा कि देश के एक अन्य प्रमुख मामले में जब सरकार की तरफ से सॉलिस्टर जनरल ऑफ इंडिया तुषार मेहता पेश होकर पैरवी कर सकते हैं तो फिर ऐसे मामलों में क्यों नहीं।
'सरकार की दोषी पक्ष के साथ मिलीभगत है'
बिक्रम मजीठिया ने कहा कि इससे महसूस होता है कि भाजपा सरकार की दोषी पक्ष के साथ मिलीभगत है। ऐसे में जांच एजेंसियों की कारगुजारी की भी जांच की जानी चाहिए। उनके द्वारा मामले को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। शायद सरकार के इशारे पर ही इसकी ठीक से पैरवी तक नहीं हो रही है।
केजरीवाल सिख हितैषी नहीं: ग्रेवाल
इसी बीच, एसजीपीसी के महासचिव गुरचरन सिंह ग्रेवाल ने कहा है कि दिल्ली दंगों के दोषियों को सजा दिलाने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल की भूमिका भी नकारात्मक रही है। केजरीवाल सिख हितैषी नहीं हैं। उनके कारण ही बंदी सिखों दविंदरपाल सिंह भुल्लर व अन्यों की अभी तक जेल से रिहाई नहीं हो पाई है।