पंजाब और जम्मू-कश्मीर में सख्ती के बाद तस्करों ने बदला रास्ता, अब समुद्री मार्ग से देश में आ रही हेरोइन की खेप
पंजाब और जम्मू-कश्मीर की सीमा पर सख्ती के बाद तस्करों ने अब समुद्र का रास्ता अपनाना शुरू कर दिया है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पंजाब और जम्मू-कश्मीर की सीमा पर सख्ती के बाद तस्करों ने अब समुद्र का रास्ता अपनाना शुरू कर दिया है। दिलचस्प है कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और डीआरआई को इनपुट पंजाब पुलिस से मिल रहा है। पंजाब पुलिस ने लगातार दो बार केंद्रीय एजेंसियों को इनपुट दिया गया और दोनों बार ज्वाइंट ऑपरेशन में बड़ी तादाद में हेरोइन बरामद की गई।
दरअसल, कश्मीर और पंजाब की सीमाएं सील किए जाने के बाद अब 1214 किलोमीटर लंबे गुजरात के समुद्री क्षेत्र का उपयोग ड्रग्स माफियाओं द्वारा किया जा रहा है। पिछले साल 13 सितंबर को गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह पर जब डायरेक्टर ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस ने 3000 किलो हेरोइन पकड़ी तो देश की तमाम सुरक्षा एजेंसियां हिल गईं।
तस्वीर साफ हुई कि पंजाब के ड्रग तस्करों का इस खेप में पूरा हाथ था और उन्होंने यह हेरोइन मंगवाने के लिए पंजाब से सटी पाक सीमा नहीं, बल्कि समुद्री रास्ता अख्तियार किया था। देश की सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ने लगी है, क्योंकि पंजाब के ड्रग तस्करों का सीधा कनेक्शन अफगानिस्तान में बन गया है।
यह भी सामने आ रहा है कि पंजाब के कुख्यात तस्कर विदेश में बैठकर इस नेटवर्क को ऑपरेट कर रहे हैं। दिल्ली में 354 किलो हेरोइन की खेप हो या अमृतसर में 2700 करोड़ की हेरोइन बरामदगी का मामला, हर केस में गांव वजीर भुल्लर के नवप्रीत नव पर जाकर जांच अटक रही है। नवप्रीत नव हेरोइन तस्कर ही नहीं, बल्कि हथियारों का सौदागर भी है।
नई सरकार में ड्रग माफिया के खिलाफ एक्शन तेज
दरअसल, पंजाब में नई सरकार के गठन के बाद तेजी से ड्रग माफिया के खिलाफ एक्शन हुआ है। पंजाब पुलिस की स्पेशल टीम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ड्रग रैकेट को ध्वस्त कर रही है। गुजरात में एक हफ्ते में 350 किलो से ज्यादा की हेरोइन जब्त की गई है। 28 अप्रैल को ही जांच एजेंसियों ने 90 किलो गुजरात के पीपावाव बंदरगाह पर पकड़ी।
हाल ही में गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह पर संयुक्त अरब अमीरात के अजमान फ्री जोन से एक कंटेनर आया था। सूचना के आधार पर गुजरात एटीएस ने छापा मारा तो उसमें हाई क्वालिटी की 75.3 किलो हेरोइन बरामद हुई। इसकी कीमत 376.5 करोड़ आंकी गई। दरअसल, पाकिस्तान में बैठे तस्करों की तरफ से जो हेरोइन भेजी जा रही है, वह सीधे भारत नहीं आ रही है। बल्कि खाड़ी देशों से घूमकर आ रही है। इस कारण एजेंसियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।