पंजाब चुनाव से पहले जारी हुई ADR रिपोर्ट: पिछले पांच साल में CM चन्नी की संपत्ति 5 करोड़ घटी, सुखबीर बादल की 100 करोड़ बढ़ी, जानें कैप्टन और सिद्धू की संपत्ति का ब्योरा
पंजाब में विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने एक रिपोर्ट जारी की है जो दिखाती है कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की संपत्ति पिछले 5 साल में 5 करोड़ घटी है जबकि उनसे पहले पंजाब के प्रधानमंत्री रहे अमरिंदर सिंह की संपत्ति 2017 से 20 करोड़ रुपए बढ़ गई है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पंजाब में विधानसभा चुनाव (Punjab assembly election) से कुछ दिन पहले एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने एक रिपोर्ट जारी की है जो दिखाती है कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charnajit Singh Channi) की संपत्ति पिछले 5 साल में 5 करोड़ घटी है जबकि उनसे पहले पंजाब के प्रधानमंत्री रहे अमरिंदर सिंह की संपत्ति 2017 से 20 करोड़ रुपए बढ़ गई है. इस रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि शिरोमणी अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) की संपत्ति पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में 100 करोड़ रुपए बढ़ गए हैं.
मुख्यमंत्री चन्नी ने 2017 में 14.51 करोड़ की संपत्ति होने की घोषणा की थी. लेकिन इस साल उनकी संपत्ति ADR रिपोर्ट के मुताबिक 9.45 करोड़ रह गई है. इसी के साथ पंजाब कांग्रेस के चीफ नवजोत सिंह सिद्धू की संपत्ति 2017 में 45.90 करोड़ थी जो इस साल 1.25 करोड़ घट कर 44.65 करोड़ रह गई.वहीं सुखबीर सिंह बादल के चचेरे भाई और कांग्रेस नेता मनप्रीत बादल इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं जिनकी संपत्ति में काफी ज्यादा इजाफा हुआ है. मनप्रीत बादल की संपत्ति 2017 में 40 करोड़ थी जो इस बार के विधानसभा चुनाव में 72 करोड़ हो गई है.
लिस्ट में कौन है दूसरे नंबर पर
ADR रिपोर्ट बुधवार को जारी की गई थी. यह आकलन ADR और पंजाब इलेक्शन वॉच ने विधानसभा चुनाव के लिए भरे गए नामांकन पर्चों के साथ दाखिल किए गए 101 एफिडेविट्स पर रिसर्च कर तैयार किए हैं. पंजाब में 117 सीटों के लिए एक ही फेज में रविवार 20 फरवरी को मतदान होना है. वहीं इस सूची में तीसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी के सुनाम विधानसभा से उम्मीदवार अमन अरोड़ा हैं. अमन अरोड़ा के हलफनामे के अनुसार साल 2017 में उनकी संपत्ति करीब 66 करोड़ थी जो 2022 में बढ़कर 95 करोड़ हो गई है.
यह रिपोर्ट कहती है कि दोबारा चुनाव लड़ रहे 101 विधायकों में पार्टियों की तरफ से चुनाव में उतरे उम्मीदवार और स्वतंत्र उम्मीदवार शामिल है. 2017 में इनकी कुल औसत संपत्ति 13.34 करोड़ थी यह अब बढ़ कर 16.10 करोड़ हो गई है. पिछले पांच सालों में इन सांसदों की औसत संपत्ति में 2.76% या कहें कि 21% का इजाफा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे ज्यादा संपत्ति अकाली दल के उम्मीदवारों की बढ़ी है.पंजाब की सियासी लड़ाई अभी तक कांग्रेस और अकाली दल-बीजेपी गठबंधन के बीच होती रही है. इन्हीं दोनों में से कोई न कोई पंजाब की सत्ता पर काबिज रहा है. हालांकि 2017 के चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) ने किस्मत आजमाई और पंजाब की लड़ाई को त्रिकोणीय बना दिया. पर इस बार बीजेपी और अकाली दल अलग खेमे में हैं तो पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस से अलग होकर बीजेपी के साथ गठबंधन में हैं.