पंजाब में मतदान वाले दिन कुल 33 मामले दर्ज, त्रिस्तरीय सुरक्षा में रहेंगी ईवीएम, सभी स्ट्रांग रूम सील
पंजाब में मतदान संपन्न हो जाने के बाद अब सभी इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों को संबंधिंत स्ट्रांग रूमों में भेज दिया गया है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पंजाब में मतदान संपन्न हो जाने के बाद अब सभी इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों (ईवीऐम) को संबंधिंत स्ट्रांग रूमों में भेज दिया गया है। उनकी निगरानी के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। यह जानकारी पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) डॉ. एस करुणा राजू ने सोमवार देर रात जारी बयान में दी।
सीईओ के अनुसार 16वीं विधानसभा के चयन के लिए रविवार को कुल 2.14 करोड़ वोटरों में से 71.95 फीसद ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। कुल 15469618 वोटरों ने वोट डाले, जिनमें 8133930 पुरुष और 7335406 औरतें जबकि 282 ट्रांसजेंडर/ अन्य शामिल हैं।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश के मुताबिक 66 स्थानों पर सभी 117 स्ट्रांग रूमों को सील कर दिया गया है और इनकी सुरक्षा के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ), आर्म्ड पुलिस और पंजाब पुलिस की तैनाती की गई है। उन्होंने बताया कि मतदान के दौरान 65 बैलेट यूनिट, 60 कंट्रोल यूनिट और 738 वीवीपैट की बदली की गई।
राज्य के कुल 117 हलकों में से गिद्दड़बाहा सबसे अधिक 84.93 फीसद पोलिंग के साथ पहले स्थान पर रहा, जबकि तलवंडी साबो 83.70 फीसद के साथ दूसरे स्थान पर और सरदूलगढ़ (83.64 फीसद) तीसरे स्थान पर रहा। इसी तरह अमृतसर पश्चिमी (55.40 फीसदी), लुधियाना दक्षिणी (59.04 फीसदी) और अमृतसर केंद्रीय (59.19 फीसदी) हलकों में सब से कम वोटिंग प्रतिशत दर्ज की गई।
मतदान के दिन 33 एफआईआर, एक गोलीबारी की घटना
डॉ. राजू ने कहा कि राज्य में मतदान से संबंधित कुछ मामूली घटनाएं सामने आईं हैं और किसी भी असुखद घटना को रोकने के लिए पोलिंग वाले दिन कुल 33 एफआईआर दर्ज की गई हैं। दर्ज हुई इन 33 एफआईआर में से 10 मामूली झड़पों से संबंधिंत, 16 आदेश का उल्लंघन करने, तीन मतदान संबंधी अपराध, तीन अन्य मामले और एक गोलीबारी की घटना से संबंधित थी।