अमृतसर : पंजाब में धर्मांतरण की घटनाओं के बीच 500 सिखों की घरवापसी हुई है। इन सिखों ने किसी समय ईसाई धर्म स्वीकार किया था, लेकिन अब अपने धर्म में लौट आए। आज गुरुद्वारा श्री छेहर्टा साहिब में इनकी घर वापसी हुई, इनमें 12 गांवों के 56 सिख परिवारों के 500 सदस्य थे। इस अवसर पर एसजीपीसी की धर्म प्रचार सदस्य बावा सिंह गुमानपुरा, उप सचिव सुखवर्ष सिंह पन्नू एवं बलविंदर सिंह काहलवां ने इन्हें सिरोपाओ और धार्मिक पुस्तकें देकर सम्मानित किया। धर्म प्रचार समिति के उप सचिव बलविंदर सिंह काहलवां ने कहा कि यह सिख परिवार तथाकथित ईसाई उपदेशकों के भ्रामक प्रचार का शिकार हुए हैं। एसजीपीसी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी के निर्देशानुसार धर्म प्रचार समिति सीमा क्षेत्र में प्रचार अभियान चला रही है और धर्म परिवर्तन के मामलों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यह बात सामने आई है कि मतांतरण के मामले अज्ञानता और भ्रम से जुड़े हैं और तथाकथित ईसाई प्रचारक लोगों को उसी के अनुसार गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिरोमणि समिति द्वारा सीमावर्ती क्षेत्रों में सर्वेक्षण किया जा रहा है। इन क्षेत्रों में जरूरतमंदों को शिरोमणि समिति द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं की भी जानकारी दी जा रही है। इस अवसर पर शिरोमणि कमेटर के मीडिया प्रभारी हरभजन सिंह, जसकरण सिंह, हरविंदर सिंह रूपावली, दिलराज सिंह गिल, प्रधानाचार्य मनजीत कौर, प्रधान उपदेशक जगदेव सिंह, उपदेशक खजान सिंह, सुखराज सिंह, बलविंदर सिंह झब्बाल, गुरबचन सिंह कलसियां, दिलबाग सिंह, जसपाल सिंह, लखबीर सिंह, गुरप्रीत सिंह भंगू आदि उपस्थित थे।